Rohtak News-एक्सपायरी सिलेंडरों के सहारे कलानौर तहसील कार्यालय की आग बुझाने की तैयारी
कलानौर तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार के कमरे के साथ आग बुझाने के लिए 3 सिलेंडर दीवार पर लगाए गए हैं। अधिकारियों की नजर आते जाते समय इन पर पड़ती है मगर इन्हें बदलवाने की किसी ने कोई जरूरत नहीं समझी। तहसील में आए रामबीर, सोनू व हेमंत ने बताया कि शहर में फायर स्टेशन नहीं है। आगजनी होने पर महम या रोहतक से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलानी पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि कई दिनों से यहां एक्सपायरी सिलेंडर लगे हुए हैं लेकिन इन्हें बदलवाया नहीं जा रहा।
बताया जा रहा है कि कलानौर तहसील में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। तहसीलदार व नायब तहसीलदार रोहतक को यहां का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। वे नियमित रूप से यहां नहीं आ पा रहे। इसके अलावा रीडर, आरसी, स्वीपर, चौकीदार, क्लर्क जैसे पदों पर भी परमानेंट कर्मचारी नहीं है।
खजाना कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी अशोक ने बताया कि उनके पास इन्वर्टर भी नहीं है। बिजली जाने पर परेशानी होती है। कई बार कम्प्यूटर विंडो करप्ट हो चुकी है। जरनेटर कई महीनों से बंद पड़ा है। तहसील में पहली मंजिल पर पटवारी बैठते हैं। कागज इधर-उधर बिखरे हुए हैं। कोई व्यवस्था नहीं है। पद खाली होने से काम निपटाने में परेशानी आती है।
उल्लेखनीय है कि तहसील भवन का शिलान्यास 2006 में सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने किया था जबकि उद्घाटन 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा किया गया था। आधी अधूरी व्यवस्थाओं के साथ ही यहां काम हो रहा है। कोई सुध नहीं ले रहा।
क्या बोले अधिकारी
तहसीलदार राजेश का कहना है कि उनके पास यहां का अतिरिक्त चार्ज है। कर्मचारियों की कमी है। सिलेंडर बदलवाने के लिए संबंधित विभाग को लिखा गया था लेकिन ये अभी तक बदले नहीं गए हैं।