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16 वर्षीय अंतर्राष्ट्रीय मरीज की दुर्लभ हृदय वाल्व सर्जरी

फरीदाबाद, 22 अप्रैल (हप्र) फरीदाबाद स्थित एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ने एक 16 वर्षीय इराकी किशोरी की जटिल और दुर्लभ हृदय वाल्व सर्जरी कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह युवती बाइकस्पिड एऑर्टिक वाल्व, गंभीर एऑर्टिक स्टेनोसिस और...
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फरीदाबाद, 22 अप्रैल (हप्र)

फरीदाबाद स्थित एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ने एक 16 वर्षीय इराकी किशोरी की जटिल और दुर्लभ हृदय वाल्व सर्जरी कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह युवती बाइकस्पिड एऑर्टिक वाल्व, गंभीर एऑर्टिक स्टेनोसिस और मध्यम एऑर्टिक रिगर्जिटेशन से पीड़ित थी। मरीज की एऑर्टिक एन्युलस मात्र 16 मिमी थी, जो अत्यंत संकरी मानी जाती है और इस कारण से सामान्य वाल्व प्रत्यारोपण संभव नहीं था। छोटी एन्युलस के कारण मरीज को इराक और भारत के कई अस्पतालों ने सर्जरी के लिए अस्वीकार कर दिया था। यहां तक कि सबसे छोटा यांत्रिक वाल्व (17 मिमी) भी प्रत्यारोपित नहीं किया जा सकता था और यदि किया जाता, तो भविष्य में उसके शरीर के विकास के साथ एक और सर्जरी की आवश्यकता पड़ती।

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ऐसे में जब मरीज एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल पहुंची, तो वरिष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक डॉ. सुदीप सिंह सिद्धू और उनकी टीम ने एक अत्याधुनिक तकनीक दृ यांग रूट एनलार्जमेंट तकनीक का उपयोग करने का निर्णय लिया। यह तकनीक अमेरिका में विकसित की गई थी और इसका उद्देश्य संकरे एऑर्टिक रूट को इस प्रकार बड़ा करना होता है कि उसमें बड़ा वाल्व प्रत्यारोपित किया जा सके।

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