राव इंद्रजीत सिंह आज करेंगे करोड़ों की परियोजनाओं का शिलान्यास
केंद्रीय राज्य मंत्री आज मंगलवार को गुरुग्राम के अपैरल हाउस में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 (पुराना एनएच-8) के गुरुग्राम-जयपुर खंड पर करोड़ों रुपये की लागत से बनने वाली महत्वपूर्ण अधोसंरचना परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। 282 करोड़ की इन परियोजनाओं से न केवल यातायात व्यवस्था सुदृढ़ होगी बल्कि क्षेत्रवासियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और पर्यावरण अनुकूल परिवहन तंत्र का लाभ मिलेगा। शिलान्यास कार्यक्रम में सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं कारपोरेट कार्य मंत्रालय भारत सरकार के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा भी मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह द्वारा शिलान्यास की जाने वाली परियोजनाओं में लगभग 267 करोड़ की लागत से 58.8 किलोमीटर लंबे खंड पर सर्विस रोड का व्यापक सुधार, नई संरचनाओं का निर्माण और सड़क सुरक्षा उपायों का क्रियान्वयन होगा। पचगांव चौक, राठीवास, हीरो कंपनी के पास और साहलवास में चार नए फ्लाईओवर बनेंगे, जो ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने में मील का पत्थर साबित होंगे। इसके साथ ही 2.26 किलोमीटर नई सर्विस रोड, 7.2 किलोमीटर पिक्यूसी रोड और 30.95 किलोमीटर लंबाई की सड़क का अपग्रेडेशन किया जाएगा।
परियोजना के तहत जलभराव की समस्या को स्थायी रूप से खत्म करने के लिए 18.05 किलोमीटर नई आरसीसी नालियां बनाई जाएंगी और 40.64 किलोमीटर लंबाई की मौजूदा खुली नालियों को ढक कर मजबूत किया जाएगा। हर 500 मीटर पर वर्षा जल संचयन संरचनाओं के माध्यम से भूजल रिचार्ज को बढ़ावा दिया जाएगा। सड़क सुरक्षा के लिए 32 नए प्रवेश-निक्षेप बिंदु, 2,475 साइनबोर्ड, 800 डेलिनेटर, 29,613 रोड स्टड, 34 ट्रैफिक इंपैक्ट एटेनयुएटर और 3 हाई-मास्ट लाइटें लगाई जाएंगी। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए 15,000 पेड़ लगाए जाएंगे।
9 स्थानों पर बनाए जाएंगे आधुनिक फुट ओवरब्रिज
यातायात और पैदल यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए 15 करोड़ की लागत से 9 स्थानों पर आधुनिक फुट ओवरब्रिज (एफओबी) बनाए जाएंगे। इनमें शिकोहपुर, मानेसर (एनएसजी कैंप के पास), बिनौला, राठीवास, मालपुरा, जयसिंहपुरखेड़ा, सिधरावली, खरखरा और खजुरी शामिल हैं। इन एफओबी के निर्माण से पैदल यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक आवागमन मिलेगा, जिससे राजमार्ग पर दुर्घटनाओं की संभावना में उल्लेखनीय कमी आएगी। प्रत्येक एफओबी को रैम्प और सीढ़ियों सहित विशेष रूप से डिजाइन किया गया है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और दोपहिया वाहनों की आवाजाही भी आसान हो सके। साथ ही, रात के समय इनके उपयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए समुचित प्रकाश व्यवस्था की जाएगी।