राव इंद्रजीत सिंह ने राजनीति से संन्यास के दिये संकेत
प्रदेश के दिग्गज नेता व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने उम्र के तकाजा बताते हुए सक्रिय राजनीति से संन्यास के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब उनकी उम्र हो चली है और वे युवाओं को आगे बढ़ता देखना चाहते हैं। वे गांव भुंगारका में पूर्व सरपंच राजेंद्र कुमार के आवास पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपस्थित समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि वह 74 वर्ष के हो चुके हैं। अब उनके लिए अधिक भागदौड़ करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी आरती राव अब सक्रिय रूप से जनता के बीच जा रही हैं और वह राजनीतिक कार्यों को आगे बढ़ा रही हैं। उनका मानना है कि राजनीति में युवाओं को अधिक अवसर मिलने चाहिए और टिकट वितरण में भी युवाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अहीरवाल क्षेत्र में भाजपा की आज जो स्थिति है, वह जनता के समर्थन की वजह से है। यदि जनता का समर्थन न होता तो वे कुछ भी नहीं कर पाते। 45 वर्षों के राजनीतिक जीवन में जनता ने उन्हें सम्मान और अवसर दिए, जिसका वे दुरुपयोग कभी नहीं करेंगे।
चमचागिरी करते तो बनते कैबिनेट मंत्री
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। उन्होंने दावा किया कि यदि वह चमचागिरी करते तो आज कैबिनेट मंत्री होते, किन्तु उन्होंने हमेशा निजी स्वार्थ से ऊपर क्षेत्रहित को रखा है। इसी सिद्धांत पर उनकी राजनीति आधारित रही है।
भुंगारका की एकता की सराहना
सरपंच विवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने भुंगारका गांव की एकजुटता को हरियाणा में मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि षड्यंत्र के तहत यहां के सरपंच को हटाया गया, फिर भी गांव के पंचों और लोगों ने अपनी एकता बनाए रखी और किसी अन्य को सरपंच नहीं चुना। यह गांव की मजबूत एकजुटता का प्रमाण है।
