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निर्माण कार्य में जमकर हुआ भ्रष्टाचार

नेशनल हाईवे-48 (एनएच-48) पर हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर का टूटा लेंटर 10 महीने बाद भी ठीक नहीं किया गया। जिसके चलते यह टूटा लैंटर इस चौक की पहचान बन चुका है। एक साल से जयपुर से दिल्ली की तरफ की एक लेन...

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नेशनल हाईवे-48 (एनएच-48) पर हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर का टूटा लेंटर 10 महीने बाद भी ठीक नहीं किया गया। जिसके चलते यह टूटा लैंटर इस चौक की पहचान बन चुका है। एक साल से जयपुर से दिल्ली की तरफ की एक लेन बंद पड़ी है। यहां रखे ड्रमों में घास तक उगी हुई है। टूटे लैंटर के बीच से नीचे की सड़क नजर आती है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष (शहरी) पंकज डावर ने यह बात कही और आरोप लगाया कि इस फ्लाईओवर के निर्माण में खुलकर भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन आज तक सरकार ने किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस फ्लाईओवर पर कई बार गड्ढे हो चुके हैं। लैंटर टूट चुके हैं। इसके बाद भी आज तक इसकी गुणवत्ता जांची नहीं की गई हो। अगर जांची भी गई है तो फिर किस अधिकारी पर, किस एजेंसी पर क्या कार्रवाई की गई यह नहीं बताया गया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज डावर ने कहा कि वर्ष 2017 में इस फ्लाईओवर को 200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया था। सात साल में पांच बार एक ही फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हो रहा है। कभी-कहीं से तो लेंटर गिर रहा है। पंकज डावर ने आरोप लगाया कि जिले में फ्लाईओवरों के निर्माण में खुलकर भ्रष्टाचार किया गया है। पहले इसी हाइवे पर रामपुरा गांव के पास का भी फ्लाईओवर गिरा था। पटौदी-रेवाड़ी रोड पर पहाड़ी गांव के पास का फ्लाईओवर गिर चुका है। पंकज डावर ने कहा कि इसी फ्लाईओवर के निर्माण के बाद क्षेत्र के सांसद ने खूब वाहवाही लूटी थी। विजय यात्रा की तरह एक यात्रा भी उन्होंने निकाली थी। इसके क्षतिग्रस्त होने पर उन्होंने शायद ही कभी इसकी जांच के लिए कोई आदेश दिया हो। वे केंद्र में मंत्री हैं और एनएचएआई ने इस फ्लाईओवर का निर्माण करवाया है। ऐसे में उनकी तरफ से यह आदेश होने चाहिए थे कि फ्लाईओवर के निर्माण में लगी सामग्री की भी जांच हो और संबंधित एजेंसी पर कार्रवाई भी हो। एनएचएआई ने इसकी जांच के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी भी बनाने की बात कही थी, मगर कमेटी ने क्या रिपोर्ट बनाई या नहीं बनाई, इसकी कोई जानकारी सांझा नहीं की गई। उन्होंने कहा कि आज जनता को भी यह जानने का हक है कि उनकी कमाई से होने वाले विकास के कार्यों में किस तरह से भ्रष्टाचार होता है।

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