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राखी संग बंधा स्नेह और समर्पण का बंधन, छाये रहे उत्सव के रंग

महिलाओं ने मुफ्त बस यात्रा का उठाया लाभ । कम बस सेवा से हुई परेशानी भी
जुलाना के बुढा खेड़ा लाठर गांव में शनिवार को रक्षाबंधन पर्व पर पौधे को राखी बांधती महिलाएं।-हप्र
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रक्षाबंधन का पर्व हरियाणा में शुक्रवार और शनिवार को पारंपरिक उल्लास, भाई-बहन के स्नेह और सामाजिक संदेशों के साथ मनाया गया। मंदिरों, स्कूलों, आश्रमों से लेकर बस अड्डों और गांवों तक इस त्यौहार की रंगत देखने को मिली। कहीं बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर दीर्घायु की कामना की, तो कहीं पौधों और सैनिकों को राखी बांधकर सेवा और संरक्षण का संदेश दिया गया। कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित कर बच्चों की प्रतिभा को मंच मिला।

आश्रम और सामाजिक संगठनों में कार्यक्रम

भिवानी: भिवानी में जेसीआई भिवानी स्टार ने दादरी गेट स्थित श्रीकृष्ण प्रणामी आश्रम में रह रहे प्रभुजनों के साथ पर्व मनाया। महिला सदस्यों ने प्रभुजनों को राखी बांधी और सेवा-सम्मान का संकल्प दोहराया। महिला विंग प्रधान कल्पना गोयल ने कहा कि इस आयोजन ने भाईचारे और सेवा की भावना को और मजबूत किया।

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इसी कड़ी में प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज सिद्धि धाम में विचार संगोष्ठि हुई, जहां राजयोगिनी बीके सुमित्रा बहन ने राखी बांधते हुए कहा कि जैसे बहन भाई की रक्षा के लिए राखी बांधती है, वैसे ही परमात्मा आत्माओं को पवित्रता के बंधन में बांधकर रक्षा करता है।

कॉस्मेटिक एसोसिएशन भिवानी के प्रधान अभिषेक बंसल ने दिव्यांग स्वाभिमान चैरिटेबल ट्रस्ट में बहनों से राखी बंधवाई और उपहार भेंट किए।

वहीं नव्या और आरोही भारद्वाज ने पौधों को तिरंगा राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए भी राखियां भेजीं।

हांसी में भाई को राखी बांधती स्कूली छात्रा।-निस

हांसी : स्कूलों में सांस्कृतिक रंग

हांसी के सीडीएस इंटरनेशनल स्कूल मुंढाल में मेहंदी, राखी बनाने सहित कई रचनात्मक प्रतियोगिताएं हुईं। प्राचार्या प्रवेश ढुल ने विजेताओं को सम्मानित किया और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण पर जोर दिया।

रोहतक के गांधी एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी व गांधी स्कूल में बाल सभा रोहतक के तत्वावधान में ड्राइंग-पेंटिंग फेस्टिवल हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने आकर्षक कलाकृतियां बनाईं। एडवोकेट प्रदीप जाखड़ ने बच्चों को सृजनात्मकता की ओर प्रेरित किया।

गांवों में पौधों को राखी, पर्यावरण का संकल्प

जींद (जुलाना) : बुढा खेड़ा लाठर गांव में महिलाओं ने शनिवार को पौधों को राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। इस अवसर पर महिलाओं और ग्रामीणों ने यह शपथ भी ली कि वह पौधों की देखभाल अपने बच्चों की तरह करेंगे ताकि गांव में हरियाली छाई रहे और वातावरण शुद्ध रहे।

गांव की सरपंच अनिता चौहान ने बताया कि गांव में हराभरा वातावरण हो व पर्यावरण प्रदूषण न हो, इसलिए पंचायत ने गांव के चारों तरफ चौराहा पर तालाबों पर व पार्क में पौधे 500 से ज्यादा लगाए हुए। उन सभी पौधों की रखवाली भी की जा रही है। ग्रामीणों व महिलाओं ने रक्षाबंधन के त्योहार पर 51 पेड़़ पौधों को राखी बांधकर अपना भाई-बहन बनाया है।

बहनों के लिए मुफ्त बस सेवा

रेवाड़ी : कोसली व बावल बस अड्डों पर रक्षाबंधन पर खासा उत्साह रहा। डीसी अभिषेक मीणा ने बताया कि बहनों के लिए निशुल्क परिवहन सेवा से हजारों महिलाएं भाइयों से मिलने पहुंचीं। डिपो महाप्रबंधक निरंजन कुमार ने हर रूट पर पर्याप्त बस सेवा उपलब्ध कराने की जानकारी दी। बहनों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व सरकार का आभार जताया।

रोहतक में शनिवार को रक्षाबंधन पर्व पर भाई को राखी बांधती नन्ही बहन। -निस

रोहतक में बाजारों और मंदिरों में रौनक

रोहतक (निस): शहर में सुबह से ही बाजारों में भीड़ रही। रंग-बिरंगी राखियों, मिठाइयों और पूजा सामग्री से दुकानें सजी रहीं। घर-घर में बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा और भाइयों ने जीवनभर रक्षा का वचन दिया। कई मंदिरों में श्रद्धालुओं ने गुरुओं को राखी बांधकर आशीर्वाद लिया। सामाजिक संगठनों ने वृद्धाश्रम और अनाथालय में भी जाकर पर्व की खुशियां साझा कीं। रक्षाबंधन के इस उत्सव ने न केवल रिश्तों की डोर को और मजबूत किया, बल्कि समाज में सेवा, पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक मूल्यों और भाईचारे का संदेश भी फैलाया।

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