राज्यसभा सांसद ने सुनीं शिकायतें, नपा में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा
राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने मंगलवार को महम लघु सचिवालय में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली और जन समस्याएं सुनीं। बैठक में डीसी, नगर निगम कमिश्नर, एडीसी व एसडीएम समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में शहरवासियों ने अपनी शिकायतें रखते हुए नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार और टेंडरों में हो रही धांधलियों का मुद्दा उठाया। लोगों ने बताया कि डोर-टू डोर कूड़ा कलेक्शन, नालों की सफाई, शौचालय व पार्कों की देखरेख, तालाब सौंदर्यीकरण, बेसहारा पशु व बंदर पकड़ने के टेंडर में भारी गड़बड़ी हो रही है। उनका आरोप था कि अधिकांश टेंडर एक ही एजेंसी को दिए जाते हैं, काम पूरा नहीं होता, लेकिन भुगतान जरूर कर दिया जाता है। लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना व सुलभ शौचालय योजना में भी घोटालों की आशंका जताई। लोगाें ने आरोप लगाया कि नगर पालिका में ठेकेदारों का दबदबा है। यहां तक कि सफाई कर्मचारी भी उन्हीं के लिए काम कर रहे हैं। कई पत्र फर्जी हस्ताक्षरों से जारी किए जा रहे हैं।
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि चेयरमैन के लिए नियमों के विपरीत 2014 मॉडल होंडा सिटी गाड़ी हायर की गई है, जिसका इंश्योरेंस तक एक्सपायर हो चुका है। नगर पालिका की जमीनों पर अवैध कब्जे और अधूरे विकास कार्यों का मामला भी बैठक में उठा। लोगों ने जनप्रतिनिधियों के परिजनों के दखल और अवैध कब्जों पर कार्रवाई न होने पर भी सवाल खड़े किए। राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया, उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। बैठक के बाद डीसी सचिन गुप्ता ने अधिकारियों के साथ नगरपालिका के पीछे बने जलभरत तालाब का निरीक्षण किया और एसडीएम को जल्द समाधान के आदेश दिए। इस दौरान नगर निगम के कमिश्नर डाॅ. आनन्द, एडीसी नरेन्द्र, एसडीएम मुकुंद, सचिव नवीन नांदल, एमई अशोक हुड्डा, महंत सतीश दास, अजीत अहलावत व राकेश भारद्वाज मौजूद रहे।