Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

आयुष्मान योजना सूचीबद्ध निजी अस्पताल मरीजों का नहीं करेंगे इलाज

सात अगस्त से सेवाएं बंद करने का फैसला
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
डॉ. अमित व्यास
Advertisement

हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पताल अब मरीजों का उपचार नहीं करेंगे। सात अगस्त से यह सेवा बंद कर दी जाएगी। आयुष्मान भारत योजना से निजी अस्पतालों का मोहभंग होने के पीछे का कारण है बिलों का भुगतान नहीं होना। अस्पतालों की ओर से कहा गया है कि अधूरे और झूठे आश्वासन उन्हें दिए गए हैं और भुगतान लंबित होता जा रहा है। इसलिए अब इस योजना में अस्पताल उपचार करने में असमर्थ हैं।

यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट (यूडीएफ) हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अमित व्यास ने शुक्रवार को कहा कि हरियाणा में यह योजना वर्तमान में गंभीर संकट के दौर से गुजर रही है। नवंबर-2022 में राज्य सरकार द्वारा चिरायु हरियाणा योजना लागू किए जाने के बाद सूचीबद्ध अस्पतालों के बकाया भुगतान लंबित रखे जा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना की भुगतान संबंधी अनियमितताओं एवं प्रशासनिक लापरवाहियों के चलते मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा कि समय-समय पर योजना में आने वाली अनियमितताओं की जानकारी सरकार को दी जाती है। भुगतान में चार से पांच महीनों तक की देरी, बिना आधार के कटौती, और पोर्टल पर फाइल डालने की कठिनाई जैसी समस्याएं हैं। आठ जनवरी को मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ हुई बैठक में यह आश्वासन मिला था कि सभी भुगतान 15 दिनों की निर्धारित समय सीमा में किए जाएंगे। 10 मार्च के बाद सब कुछ सुचारू रूप से चलने की बात कही गई। आज चार महीने बीत जाने के बाद भी अब तक कोई भी आश्वासन पूरा नहीं किया गया है। भुगतान अब भी अनियमित और अत्यधिक विलंबित हैं। अनावश्यक कटौतियां की जा रही हैं। मामलों की प्रोसेसिंग में देरी है। पोर्टल पर डाटा अपलोड करने में कठिनाई है। कई अस्पतालों का एनएबीएच इंसेंटिव रोक दिया गया है, क्योंकि उन्हें नए पोर्टल पर फिर से सूचीबद्ध नहीं किया गया।

Advertisement

डॉ. व्यास ने बताया कि यह केवल प्रशासनिक मामला नहीं, बल्कि स्वास्थ्य आपातकाल है। मरीज पीडि़त हैं। अस्पताल जूझ रहे हैं और योजना में विश्वास डगमगा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित एवं वित्तपोषित योजना होने के कारण राज्य सरकार का वितीय अनियमितता करना एवं भुगतान रोकना योजना के संचालन में गंभीर विफलता को दर्शाता है।

सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई : डॉ. अमित व्यास

डॉ. अमित व्यास ने कहा कि 15 जुलाई तक लंबित देयों का भुगतान और पूर्व में दिए गए आश्वासनों को पूरा करने का समय सरकार को दिया गया था, लेकिन सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई। इसलिए अब मजबूरीवश सात अगस्त की आधी रात यानी 12 बजे से निजी अस्पताल आयुष्मान योजना के अंतर्गत सेवाएं देना बंद कर देंगे।

Advertisement
×