पोर्टल खुला, बैंक अफसरों के साथ बैठक करेगा कृषि विभाग
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए 31 तक करा सकते हैं पंजीकरण
सोनीपत, 5 जुलाई (हप्र)
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर किसानों के घटते रुझान के मद्देनजर कृषि विभाग ने अब बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक करने का फैसला किया है, जिससे ताकि फसल बीमा करवाते वक्त किसानों को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े। इसके अतिरिक्त विभाग ने ग्राम स्तर पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर किसानों को जागरूक करने की रुपरेखा भी तैयार की है।
बता दें कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को मौसम की मार से फसलों में हुए नुकसान की भरपाई करती करती है। शुरूआत में लोनी (लोन लेने वाले) किसानों के लिए योजना के तहत फसलों का बीमा करवाना अनिवार्य था, लेकिन बाद में इसे किसानों की इच्छा पर छोड़ दिया गया। मौजूदा समय में जिले में लगभग 1.30 लाख किसान लोनी किसान की श्रेणी में आते हैं। मगर अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुडऩे वाले किसानों की संख्या काफी कम हो गई है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रबी सीजन के दौरान जिले के करीब 7330 किसानों ने ही फसलों का बीमा करवाया था। ऐसे में योजना को लेकर किसानों के घटते रुझान को रोकने व अधिक से अधिक किसानों को फसल बीमा योजना से जोड़ने के लिए कृषि विभाग ने कमर कस ली है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करने में किसी भी प्रकार की समस्याएं न आए, इसको लेकर कृषि अधिकारियों ने बैंक अधिकारियों के साथ बैठक करने का फैसला किया है।
कपास, धान सहित 4 फसलों का होगा बीमा
खरीफ सीजन के दौरान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत धान, कपास, बाजरा और मक्का जैसी फसलों का बीमा किया जाएगा। इसके लिए किसानों को कपास की फसल का 5435 रुपये, धान के लिए 2124 रुपये, बाजरा के लिए 1024 और मक्का की फसल का बीमा 1089 रुपये प्रति हैक्टेयर के हिसाब से होगा।

