मोस्टवांटेड पर कसा जाएगा पुलिस शिकंजा
पुलिस आयुक्त कार्यालय में डीजीपी ने बैठक में की कानून व्यवस्था की समीक्षा
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय, में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई। बैठक में मोस्ट वांटेड पर शिकंजा कसने और प्रत्येक एसएचओ को 5 मोस्ट वाटेंड को गिरफ्तार करके उसकी रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये गये। बैठक में कानून-व्यवस्था की स्थिति, अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, साईबर अपराधों की रोकथाम, ट्रैफिक प्रबंधन एवं जनसहभागिता आधारित पुलिसिंग की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में डीजीपी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस का पहला दायित्व जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना और अपराध पर प्रभावी नियंत्रण रखना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता से साथ अच्छा व्यवहार करें, सेवा भाव से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें तथा प्रत्येक थाने और चौकी स्तर पर संवेदनशील, जवाबदेह और तकनीकी रूप से सक्षम पुलिसिंग सुनिश्चित की करें। डीजीपी ने निर्देश दिए कि अपने एरिया में जो अपराधी बेल पर है, उनकी निगरानी रखे, अपराधियों को हिस्ट्रीशीट खोले, किसी भी प्रकार के अपराध में संलिप्तों के खिलाफ तत्पर कार्यवाही करें, वांछितों को गिरफ्तार करें तथा प्रत्येक एसएचओ 5 मोस्ट वांटेड गिरफ्तार करके उसकी गिरफ्तारी रिपोर्ट 20 नवम्बर तक सुनिश्चित कराएं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों जैसे नेटवर्क, डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल इंटेलिजेंस और साइबर मॉनिटरिंग का अधिकतम उपयोग करके अपराधों की त्वरित जांच और रोकथाम की जाए। डीजीपी ने विशेष रूप से महिला सुरक्षा, सड़क सुरक्षा और युवा वर्ग में नशे की रोकथाम पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए। डीजीपी ने बैठक के दौरान अपराध दर, केस सॉल्विंग रेट, गंभीर अपराधों की जांच प्रगति, एवं फील्ड स्तर पर पुलिस उपस्थिति की समीक्षा की।उन्होंने अधिकारियों को जनता के साथ सतत संवाद बनाए रखने, पुलिस-जन सहयोग को बढ़ावा देने तथा सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रमों को और मजबूत करने के निर्देश दिए।

