गर्ल्स हॉस्टल में घुसी पुलिस, छात्राएं भड़कीं
रेवाड़ी, 16 जून (हप्र)
चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों पर किये गए लाठीचार्ज के विरोध में बावल कृषि महाविद्यालय के अनिश्चिकालीन धरने पर बैठे विद्यार्थियों के चल रही परीक्षा में नहीं बैठने पर सोमवार को भारी हंगामा खड़ा हो गया। महाविद्यालय परिसर में बावल के नायब तहसीलदार व ड्यूटी मेजिस्ट्रेट अशोक कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल बुलाना पड़ा। मौके पर बावल थाना के प्रभारी संजय कुमार भी मौजूद थे। महाविद्यालय प्रशासन का आरोप है कि परीक्षा देने की इच्छुक कुछ छात्राओं को कमरे में बंधक बनाकर रखा गया है। जिसे लेकर पुलिस बुलानी पड़ी। चल रहे धरने के कारण सोमवार को 300 में से मात्र 14 विद्यार्थी ही परीक्षा में बैठे।
बावल कृषि महाविद्यालय के गेट पर धरना देकर बैठे विद्यार्थियों का साफ कहना है कि जब उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता, वे धरना समाप्त नहीं करेंगे और परीक्षा में भी नहीं बैठेंगे। उनकी मांग है कि हिसार में विद्यार्थियों पर लाठी चार्ज करने वाले जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो, बावल महाविद्यालय के लिए जिन गांवों ने जमीन दान में दी है, उनके लिए सीटे आरक्षित व बढ़ी फीस के अनुसार छात्रवृति भी बढ़ाई जाए।
सोमवार सुबह उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब महाविद्यालय परिसर में बने गल्र्स हॉस्टल में कथित रूप से पुलिस घुस आई। सभी छात्राओं ने अपने कमरों को बंद कर लिया। प्रशासन व पुलिस द्वारा किये गए प्रयासों के बाद भी उन्होंने कमरों को नहीं खोला। महाविद्यालय के प्राचार्य नरेश कौशिक का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कुछ छात्राएं परीक्षा देना चाहती हैं, लेकिन अन्य छात्राओं ने उन्हें कमरों में कैद कर रोका हुआ है। इसलिये पुलिस की मदद ली गई है। इस टीम में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं। उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया कि छात्राओं को जबरन परीक्षा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
इधर छात्राओं का आरोप है कि सोमवार सुबह उनके हॉस्टल में जब पुलिस घुस आई तो उन्होंने कमरों को बंद कर लिया। उनके कमरों की खिड़कियों से पुलिसकर्मी झांकने लगे। जिससे उनमें रोष फैल गया। छात्राओं ने एक वीडियो भी जारी किया है। जिसमें पुरुष पुलिसकर्मी खिड़कियों से झांक रहे हैं। उन्हें किसी ने बंधन नहीं बनाया था। समाचार लिखे जाने तक विद्यार्थी परीक्षा नहीं देने व अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए थे। बता दें कि रविवार को कांग्रेस नेता बीएम संदीप, पूर्व मंत्री डा. एमएल रंगा आदि नेता धरने पर पहुंचे थे और पार्टी की ओर से समर्थन दिया था।