काव्योत्सव में कवियों ने जमाया रंग
साहित्यिक संस्था निराला काव्य मंच द्वारा बैंक कॉलोनी स्थित काव्य सदन में भव्य काव्योत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय रचनाकारों के अलावा झज्जर, दादरी, जींद, रोहतक व दिल्ली से पधारे कवियों-कलाकारों ने भी भाग लिया। लोक कवि...
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साहित्यिक संस्था निराला काव्य मंच द्वारा बैंक कॉलोनी स्थित काव्य सदन में भव्य काव्योत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय रचनाकारों के अलावा झज्जर, दादरी, जींद, रोहतक व दिल्ली से पधारे कवियों-कलाकारों ने भी भाग लिया। लोक कवि जगबीर कौशिक के संयोजन में हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता रोहतक से पधारे साहित्यकार कृष्ण लाल गिरधर ने की। सुवन सूर्योदय की संस्थापिका अर्चना झा की सरस्वती वंदना से शुरू हुए इस कार्यक्रम का संचालन कवि कृष्ण गोपाल विद्यार्थी ने किया।देर शाम तक चले इस काव्योत्सव में प्रकृति भक्त फाउंडेशन व कलम की ताकत जैसी संस्थाओं से जुड़े महानुभाव भी उपस्थित रहे। प्रतिभागी कवियों ने देश के वर्तमान परिदृश्य व विभिन्न सामाजिक पहलुओं पर आधारित हिन्दी व हरियाणवी में लिखी अपनी कविताएं सुनाकर खूब वाहवाही बटोरी। जहां डॉ.दलवंती सहरावत, डॉ.मनजीत भारतीय,अर्चना झा, सोनिका सवेरा आदि ने हिंदी में काव्य पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया वहीं देसी काव्य मंच के संस्थापक संदीप शर्मा बावरा, लोककवि जगबीर कौशिक व अध्यक्षता कर रहे कृष्ण लाल गिरधर ने हिंदी के अलावा हरियाणवी में भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।
इस अवसर पर श्री गिरधर ने अंग्रेजी में लिखी अपनी पुस्तक मी एंड माई अनसैड फीलिंग के हवाले से भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में उपस्थित दो विद्यार्थियों हिमांशी और रुद्र कौशिक ने भी अपने संक्षिप्त काव्य पाठ से सबका ध्यान आकर्षित किया। आयोजकों ने मंचासीन अध्यक्ष सहित सभी कवियों को शाल अथवा अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया।
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