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भारत-पाक विभाजन बंटवारे के पीड़ित परिवारों के दर्द बांट रहे पीएम मोदी : सीमा त्रिखा

हरियाणा की पूर्व शिक्षा मंत्री एवं भाजपा हरियाणा की वरिष्ठ नेता सीमा त्रिखा ने कहा कि विभाजन विभीषिका भारत के इतिहास की सबसे बडी त्रासदी है। भारत-पाक विभाजन के वक्त जिन लोगों ने बंटवारे का दर्द सहा वह आज तक...
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पलवल के विश्राम गृह में सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करतीं पूर्व शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा, पूर्व विधायक दीपक मंगला, जिलाध्यक्ष विपिन बैंसला व अन्य। -हप्र
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हरियाणा की पूर्व शिक्षा मंत्री एवं भाजपा हरियाणा की वरिष्ठ नेता सीमा त्रिखा ने कहा कि विभाजन विभीषिका भारत के इतिहास की सबसे बडी त्रासदी है। भारत-पाक विभाजन के वक्त जिन लोगों ने बंटवारे का दर्द सहा वह आज तक भी इसको नहीं भूल पाए हैं। लाखों लोगों को अपना घर, कारोबार, जमीन-जायदाद छोड़कर दर्द सहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही मायनों में विभाजन विभीषिका की त्रासदी को समझा है, इसलिए भाजपा बड़े स्तर पर कार्यक्रम करके विभाजन विभीषिका की त्रासदी को स्मृति दिवस के रूप में मनाती आ रही है। इसी के तहत 14 अगस्त को फरीदाबाद में राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यकर्ता इस त्रासदी से पीडित लोगों को घर-घर जाकर सम्मानित कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम एक ऐतिहासिक समारोह होगा जिसमें भारी संख्या में लोग बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।

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पूर्व मंत्री सीमा त्रिखा उक्त समारोह को सफल बनाने के लिए पलवल आईं थी। इस मौके पर आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कार्यक्रम को लेकर विस्तार से बताया। उनके साथ मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार रहे पलवल के पूर्व विधायक दीपक मंगला, भाजपा जिलाध्यक्ष विपिन बैंसला, पूर्व जिलाध्यक्ष चरणसिंह तेवतिया, एलडी वर्मा व गिर्राज डागर, जिला उपाध्यक्ष प्रवीण ग्रोवर, पूर्व विधायक रामरतन, पूर्व विधायक प्रवीण डागर, पूर्व मंत्री जगदीश नायर सहित कार्यक्रम के जिला संयोजक सूरज पांडे सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सीमा त्रिखा ने कहा कि भारत-पाक विभाजन के वक्त वर्ष 1947 में जब देश आजाद हुआ तो उस वक्त माता-बहनों पर बर्बरतापूर्वक अत्याचार किए गए। आज भी उस बंटवारे का दर्द पीड़ित परिवार और देशवासी नहीं भूल पाए।

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