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30 लाख एकड़ में धान की फसल खराब , 59 लाख मिट्रिक टन हुई सरकारी खरीद : बजरंग गर्ग

हिसार में  हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता बजरंग गर्ग ने धान खरीद में घोटाले का आरोप लगाया।  जिला शहरी प्रधान ने बर्बाद हुई फसल और लक्ष्य अधिक धान की खरीद के आंकड़ों का हवाला देते हुए धान...

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बरजंग गर्ग
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हिसार में  हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता बजरंग गर्ग ने धान खरीद में घोटाले का आरोप लगाया।  जिला शहरी प्रधान ने बर्बाद हुई फसल और लक्ष्य अधिक धान की खरीद के आंकड़ों का हवाला देते हुए धान खरीद में करोड़ों रुपये का घोटाला होने का दावा किया। गर्ग ने इसकी जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

14 लाख, 74 हजार एकड़ में धान की फसल हुई खराब : गर्ग

किसान व व्यापरियों से बातचीत करने के दौरान बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में बारिश व बाढ़ के कारण लगभग 14 लाख, 74 हजार एकड़ में धान खराब हुई है जबकि हकीकत में किसानों के मुताबिक बाढ़ व बारिश के कारण लगभग 30 लाख एकड़ में धान की फसल खराब हुई है, जिसका अभी तक मुआवजा तक नहीं मिला है। बावजूद इसके पहले से लगभग 5 लाख मैट्रिक टन सरकारी धान की खरीद होने से साफ सिद्ध हो जाता है कि धान खरीद में घोटाला हुआ है।

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उन्होंने कहा कि सरकार ने धान खरीद का लक्ष्य 54 लाख मीट्रिक टन रखा था। हरियाणा में धान की पैदावार में लगभग 30 प्रतिशत धान खराब होने के बावजूद भी धान की खरीद लगभग 59 लाख मैट्रिक टन होने से घोटाला साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। पिछली बार हरियाणा में 53 लाख 98 हजार मेट्रिक टन धान की खरीद हुई थी।

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बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकारी अधिकारियों ने फर्जी पंजीकरण करके बहारी राज्यों से सस्ता धान मंगवाकर सरकारी खरीद दिखाने का खेल खेलकर करोड़ों रुपए का चूना लगाया है, जो काम अभी भी जारी है।

उन्होंने कहा कि सरकारी धान खरीद में किसानों को एमएसपी 2389 रुपए से जो कम पैसे मिले हैं उनकी भरपाई भी सरकार को करनी चाहिए। इसी प्रकार बाजरा खरीद में भी एमएसपी से कम दाम 1000 से 1200 रुपए किसानों को मिले है और धान में नमी के नाम पर किसानों को 200 से 700 रुपए कम दिए हैं जो धान खरीद में सीधे तौर पर करोड़ों रुपए का घोटाला है।

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