अरावली पर्वत शृंखला में जंगल सफारी परियोजना की रूपरेखा तैयार : राव नरबीर
रेवाड़ी, 3 मार्च (हप्र)
प्रकृति के साथ संतुलन बनाये रखने के लिए पशु-पक्षियों का संरक्षण आवश्यक है। उक्त विचार सोमवार को पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने बावल उपमंडल के गांव झाबुआ स्थित मोर एवं चिंकारा प्रजनन केन्द्र में विश्व वन्य जीव-जंतु दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये। मंत्री ने ब्रीडिंग सेंटर से लाये 4 नर व मादा मोर केन्द्र को सौंपे।
मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि झाबुआ के इस प्रजनन केन्द्र के लगभग 748 एकड़ के आरक्षित वन क्षेत्र में चिंकारा, मोर व हिरण के अतिरिक्त अन्य पशु-पक्षियों को संरक्षित किया जाता है। उनका विभाग इनके संरक्षण के लिए प्रदेश के कई जिलों में निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि सभी को वन्य जीव संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां के अरावली पर्वत शृंखला में जंगल सफारी परियोजना की रूपरेखा बनाई गई है। जिसमें वन्य जीव संरक्षण का कार्य भी होगा और लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बनेंगे। उन्होंने कहा कि हम वन्य जीवों की विलुप्त होती प्रजातियों का संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इनकी सुरक्षा में प्रत्येक नागरिक को हर संभव सहयोग देना चाहिए। मौके पर एसडीएम उदय सिंह, डीडीपीओ नरेन्द्र सांगवान, पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) डाॅ. विवेक सक्सेना, केसी मीणा, यश सेतिया, डाॅ. अनित दया भट्टाचार्य, सुभाष यादव, हरेन्द्र यादव, सरपंच मुकेेश कुमार व सतपाल सहित कई गांवों के सरपंच व पंच मौजूद रहे।