‘बायोएथिक्स और गुड क्लीनिकल प्रैक्टिसेस’ पर ऑनलाइन कार्यशाला संपन्न
पं. बीडी शर्मा पीजीआईएमएस, रोहतक की मल्टीडिसिप्लिनरी रिसर्च यूनिट एवं एम.के.एस.ई.एस., लखनऊ (उ.प्र.) के संयुक्त तत्वावधान में ‘बायोएथिक्स एवं गुड क्लीनिकल प्रैक्टिसेस‘ पर एक सफल ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा अनुसंधान में नैतिकता, वैज्ञानिक गुणवत्ता और पारदर्शिता के उच्च मानकों को बढ़ावा देना था। संगठन सचिव व प्रोफेसर, पैथोलॉजी विभाग, पीजीआईएमएस, डॉ. संजय कुमार ने बताया कि एनएमसी दिशानिर्देशों के अनुसार यह गुड क्लीनिकल प्रैक्टिसेस प्रशिक्षण पीजी छात्रों के लिए अनिवार्य है। इस प्रशिक्षण के प्रतिभागियों को हरियाणा मेडिकल काउंसिल द्वारा 14 क्रेडिट घंटे प्रदान किए जाएंगे। इस उच्चस्तरीय प्रशिक्षण में देशभर के विभिन्न संस्थानों से 600 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग, पैरामेडिकल एवं विज्ञान संकायों से शिक्षक, शोधार्थी और रेजिडेंट्स शामिल थे। कार्यशाला के मुख्य संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) एचके अग्रवाल रहे। अध्यक्षता निदेशक डॉ. एसके सिंघल ने की। डॉ. एस.के. सिंह (एम.के.एस.ई.एस., लखनऊ) एवं डॉ. सुशील कुमार शुक्ला (यू.पी.यू.एम.एस., सैफई) ने आयोजन में मार्गदर्शन दिया। मुख्य वक्ताओं में डॉ. अतुल जुनेजा, डॉ. सुनील रैना, डॉ. गगनदीप कौर, डॉ. रवलीन कौर बक्शी, डॉ. मनीषा शर्मा और डॉ. अनुप कुमार शामिल थे।
 
 
             
            