आईसीटी व लैंग्वेज लैब का सही इस्तेमाल न होने पर अधिकारियों को लगाई फटकार
मंडी अटेली, 7 जुलाई (निस)
स्कूलों में शिक्षा विभाग द्वारा डिजिटलाइजेशन की उपयोगिता का निरीक्षण जाइंट डायरेक्टर एचसीएस संजीव कुमार (एडमिन) ने अटेली क्षेत्र के राजकीय मॉडल संस्कृति व पीएम श्री चंपा देवी स्कूल अटेेली का सोमवार को पहुंचे। दोनों स्कूलों में पूर्व सूचना होने के चलते अध्यापक व अधिकारी तैनात दिखाई दिये। उनके साथ रिटायर्ड डीईओ संतोष चौहान, डीईईओ सुनील दत्त, डीसीपी अशोक शर्मा, अटेली बीईओ मुकेश कुमार, कनीना बीईओ विश्वेर शर्मा, अटेली मॉडल संस्कृति स्कूल के प्राचार्य राकेश कुमार मौजूद रहे।
सुबह साढ़े 9 बजे माडल संस्कृति स्कूल में पहुंचते ही हाजिरी रजिस्टर को चेक कर स्कूल के बारे में प्राचार्य से जानकारी ली। स्कूल में अनुपस्थित रहने वाले अध्यापकों व नॉन टीचिंग स्टाफ का स्कूल में आज नहीं आने का कारण जाना। इसके बाद जाइंट डायरेक्टर अटेली माडल स्कूल में डिजिटल बोर्ड, अध्यापकों व छात्रों को प्रदत टैब, आईसीटी लैब की कंडीशन व उसके प्रयोग व विभाग की ओर से प्रदत लैंग्वेज लैब का भौतिक निरीक्षण करने के साथ विद्यार्थियों के साथ संवाद किया। इसके अलावा स्कूल में विद्यार्थियों के साथ उनसे मंत्रणा व करियर व स्कूल में पढ़ाई व कमियों के बारे में अलग से पूछताछ की।
अटेली माडल स्कूल में 390 विद्यार्थी अध्ययनरत है, स्कूल में एनएसएस, एनसीसी, विशेष बच्चों को प्रदान की जाने वाली शिक्षा के साथ इको क्लब है। इन सभी के बारे में जाइंट डायरेक्टर ने अटेली स्कूल में सवा 11 बजे तक गहन निरीक्षण किया। स्कूल में आईसीटी व लैंग्वेज लैब सही तरीके से नहीं चलने पर नाराजगी जताई तथा अपनी डायरी में नोट किया।
ईमेल पर छुट्टी का आवेदन देखखर हुए संतुष्ट
समाजशास्त्र की पढ़ाने वाले कमरे में पहुंचे तथा विद्यार्थियों से संवाद किया तो बच्चों द्वारा सही से संचार नहीं करने पर नाराजगी जताई। इसके बाद चंपा देवी पीएम श्री स्कूल में डीईओ व बीईओ के साथ पहुंचे वहां पर स्कूल प्राचार्य नहीं होने का कारण जाना, स्कूल की प्राचार्य की गैरमौजूदगी में स्कूल के प्रभारी दिलीप कुमार से उनका कारण जाना। प्रभारी ने बताया कि प्राचार्य को आवश्यक कार्य होने के चलते उन्होंने व्हाट्सएप पर छुट्टी दी हुई है। जाइंट डायरेक्टर से इससे संतुष्ट नहीं हुए उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप पर तो कोर्ट भी नहीं मानता, इसके बाद ईमेल पर छुट्टी दिखाने पर कुछ नर्म पड़े। स्कूल में शिक्षा विभाग द्वारा प्रदत डिजिटल बोर्ड, आईसीटी लैब की कंडीशन व उसके प्रयोग व विभाग की ओर से प्रदत लैंग्वेज लैब का भौतिक निरीक्षण किया। बता दें कि अटेली माडल स्कूल में 35 डिजिटल बोर्ड, 200 विद्यार्थियों के पास टैब तथा अध्यापकों के पास 22 है। इसके अलावा आईसीटी व लैंग्वेज लैब है।
'जर्जर कमरों पर लगाएं बोर्ड'
अटेली माडल संस्कृति स्कूल में 14 कमरों को जर्जर घोषित होने पर कहा कि स्कूल प्राचार्य इनका उपयोग नहीं करते तथा इन पर बोर्ड लगा कर कार्रवाई अमल में लायें। स्कूल प्राचार्य राकेश कुमार ने बताया कि स्कूल में जर्जर कमरों के कारण आईसीटी व लैंग्वेज लैब को मजबूरी वस दूसरे कमरों में स्थापित करना पड़ा है। इसलिए इनकी सही से उपयोगिता में कुछ दिक्कत हो रही है।