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किसान की मर्जी के बिना एक इंच जमीन का भी नहीं होगा अधिग्रहण : गुर्जर

15 गांवों के किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन हरियाणा सरकार के दिशा निर्देश पर हरियाणा विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा सेक्टर-94, 96, 96ए, 97ए, 99ए 100, 101, 102, 103 आदि सेक्टरों को विकसित करने के लिए तिगांव विधानसभा...
फरीदाबाद में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर मिलने आए ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए। -हप्र
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15 गांवों के किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

हरियाणा सरकार के दिशा निर्देश पर हरियाणा विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा सेक्टर-94, 96, 96ए, 97ए, 99ए 100, 101, 102, 103 आदि सेक्टरों को विकसित करने के लिए तिगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीब 15 गांवों की जमीनें अधिग्रहण करने की सूचना जारी की गई है।

इसी मामले को लेकर रविवार को तिगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर के साथ-साथ करीब 15 गांवों के किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर से उनके सेक्टर-28 स्थित कार्यालय पर मुलाकात की और भूमि अधिग्रहण न करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। पूर्व विधायक ललित नागर ने केंद्रीय राज्य मंत्री को बताया कि 15 गांवों के किसान करीब 200 एकड़ जमीन के मालिक है।

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अपनी आने वाली पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य को लेकर वह अपनी जमीन किसी कीमत पर सरकार को नहीं देंगे इसलिए सभी किसान निवेदन करने आए है कि आप उनकी बातें सरकार तक पहुंचाएं और उन्हें राहत दिलाने का काम करें। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि जब से देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार आई है तबसे बिना किसी किसान की मर्जी के उसकी जमीन का अधिग्रहण नहीं किया गया।

किसी भी किसान से उसकी जमीन लेने के लिए कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गयी। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी मर्जी के खिलाफ उनकी एक इंच जमीन भी एक्वायर नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों को बताया कि अगर कोई एक एकड़ जमीन सरकार को देता है तो सरकार उस डेवलप सेक्टर में एक हजार गज का रेसिडेंशियल प्लाट और 200 गज का कमर्शियल प्लाट कुल 1200 गज डेवलप करके देगी।

इस मौके पर सत्यपाल नरवत, सुभाष सरपंच फत्तूपुरा, विरेंद्र सरपंच जसाना, गिरधारी सरपंच भुआपुर, कृष्ण सरपंच बदरपुर, चंदन सिंह, केहर सिंह सरपंच, ज्ञानचंद, जगदीश, नानकचंद, विजय सिंह गिल, अजय कुमार, महावीर सिंह, परविन्द्र कुमार, गिर्राज सिंह, शौह सिंह, धर्म नरवत, कमल चंदीला, अनूप नंबरदार, मनबीर सिंह, ओमबीर, नाथू राम, जगबीर, बीरपाल सहित अनेकों किसान मौजूद थे।

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