‘प्राकृतिक प्रसव प्रकृति का अनुपम वरदान’
नारनौल, 7 अप्रैल (निस)
विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आज जनपद बाबा खेतानाथ राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज व अस्पताल पटीकरा में निदेशक डॉ संगीता नेहरा की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि डॉ. अनु भारद्वाज थी। इस मौके पर डॉ. नीरूपाल व डॉ. राजीव भी मौजूद थे। निदेशक डॉ. संगीता नेहरा ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे को बढ़ावा देने और जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें स्वास्थ्य के अमूल्य उपहार को समझना चाहिए और निरंतर रोगियों की सेवा में अपना र्स्वस्व लगाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक प्रसव प्रकृति का अनुपम वरदान है। हमें इसे अधिक से अधिक अपनाना चाहिए। उन्होंने आयुर्वेद ग्रंथ व विश्व की अन्य पारंपरिक विधियों से होने वाली प्रसव प्रक्रिया को अस्पताल के चिकित्सकों व शिक्षकों के साथ साझा किया। साथ ही बताया कि किस प्रकार हम सिजेरियन प्रसव से बचाव करते हुए सामान्य प्रसव की ओर ले जा सकते हैं। इस मौके पर उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पंकज कौशिक ने कहा कि रामचरितमानस में तुलसीदास ने लिखा कि संतान व सुखद प्रसव जीवन की सफलता व सार्थकता के प्रतीक हैं।