राष्ट्रीय शिक्षा नीति से होंगे नए आयाम स्थापित : राज्यपाल
राज्यपाल असीम कुमार घोष ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश में नए आयाम स्थापित होंगे। नई शिक्षा नीति एक नई दिशा दिखाने का कार्य करेगी। हरियाणा ने इसे लागू कर लिया है और इसके सभी आयामो के लक्ष्य को निश्चित तौर पर हासिल करेगा। उच्च शिक्षा में पहुँच, गुणवत्ता, समानता, स्थिरता और भविष्य की तैयारी वे मार्गदर्शक सिद्धांत हैं जिन पर राज्य सरकार का दृष्टिकोण आधारित है। सेमिनार में आयोजित सत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में परिकल्पित, बहु-विषयक शिक्षा के विविध पहलुओं पर उच्च गुणवत्तापूर्ण चर्चा हुई। हमारी नई शिक्षा नीति केवल एक दस्तावेज नहीं है, बल्कि भारत के भविष्य के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो 2025 के अंत तक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अधिकांश भाग को लागू करने जा रहा है। यह वास्तव में एक प्रशंसनीय उपलब्धि है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने के लिए हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद को बधाई दी।
राज्यपाल असीम कुमार घोष सोमवार को चौधरी रणबीर सिंह विवि (सीआरएसयू) जींद में हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार बहु-विषयक शिक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा व सीआरएसयू के वीसी ने स्मृति चिन्ह भेंट कर राज्यपाल का स्वागत किया। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि सरकार द्वारा मॉडल स्कूल, स्किल हब और बहु-प्रवेश/निकास प्रणाली को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि विद्यार्थियों को लचीला और आधुनिक शिक्षा वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।
इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी मित्रा घोष, हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा के चेयरपर्सन कैलाश चन्द्र शर्मा आदि प्रमुख तौर पर उपस्थित रहे।