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5 माह से काम के इंतजार में मनरेगा मजदूर

उपमंडल कार्यालय पर दिया धरना   सफीदों, 6 जून (निस) सफीदों के कई गांवों के मनरेगा मजदूरों ने काम न मिलने पर शुक्रवार को रोष स्वरूप उपमंडल कार्यालय परिसर में धरना दिया। इस धरने में गांव हाट, एचरा खुर्द...
सफ़ीदों के उपमंडल काम्प्लेक्स में दजर्न पर बैठे मनरेगा मजदूर। -निस
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उपमंडल कार्यालय पर दिया धरना

 

सफीदों, 6 जून (निस)

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सफीदों के कई गांवों के मनरेगा मजदूरों ने काम न मिलने पर शुक्रवार को रोष स्वरूप उपमंडल कार्यालय परिसर में धरना दिया। इस धरने में गांव हाट, एचरा खुर्द व बहादुरगढ़ के मनरेगा मजदूर शामिल थे। बृहस्पतिवार को गांव हाट के मनरेगा मजदूरों ने उपमंडल कार्यालय परिसर में धरने की शुरुआत की थी जिनके समर्थन में आज गांव बहादुरगढ़ व एचरा खुर्द के मनरेगा मजदूर भी शामिल हुए।

हाट गांव के मजदूर नीलम, भारती, संतोष, रामनिवास, मुकेश मेट, अनूप मेट व राजेश ने बताया कि चालू वर्ष के 5 माह गुजर चुके हैं और इस दौरान गांव हाट में मनरेगा मजदूरों को एक दिन का काम भी सुलभ नहीं कराया गया है। ऐसी स्थिति में सैकड़ों मनरेगा मजदूरों के परिवार भूखे मरने की स्थिति में हैं।

मजदूरों को सीटू के जिला सहसचिव राधेश्याम ने संबोधित करते हुए कहा कि इस धरने को अनिश्चितकालीन रूप दिया गया है जब तक मनरेगा मजदूरों को काम नहीं मिलेगा तब तक धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि खंड अधिकारी से बात हुई है जिन्होंने काम देने का आश्वासन दिया है लेकिन यदि सोमवार तक मजदूरों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो यह धरना उपमंडल परिसर से हटाकर जिला मुख्यालय के मिनी सचिवालय पर शुरू किया जाएगा। राधेश्याम ने बताया कि हॉट गांव में ही 600 के करीब मनरेगा मजदूर हैं जिनमें आधी से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि काम ना मिलने से मजदूर परिवारों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। जिला सह सचिव ने कहा कि एक वर्ष में 100 दिन का काम मनरेगा मजदूरों को देने के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में भी मात्र 20 दिन का ही काम मनरेगा मजदूरों को हाट गांव में दिया गया था जो प्रशासनिक व्यवस्था के लिए शर्म की बात है।

राधेश्याम ने बताया कि इसके लिए खंड अधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों को दोषी बता रहे हैं जबकि ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि इसका ठीकरा खंड अधिकारी के सिर फोड़ रहे हैं।

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