विधायक आफ़ताब अहमद ने किया जलमग्न गांवों का निरीक्षण
लगातार बारिश के कारण नूंह जिले में जनजीवन प्रभावित होता नज़र आ रहा है। सैकड़ों गांव जलमग्न हैं और किसान के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ती ही जा रही हैं। नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने मंगलवार को दर्जनों गांव मालब, निदामपुर, बिरसिका, आकेड़ा, दिहाना आदि का दौरा कर निरीक्षण किया और हालातों का जायजा लिया। विधायक आफताब अहमद पहले खुद हालातों का जायजा लेने लोगों के बीच पहुंचे फिर अधिकारियों संग बैठक कर जल निकासी सुनिश्चित करने पर बात की। इरिगेशन रेस्ट हाउस में हुई बैठक में एक्सईएन सिंचाई विभाग मुकुल कथूरिया, नगर परिषद अधिकारी और जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
विधायक ने अधिकारियों को कहा कि जल्द से जल्द प्राथमिकता पर जलभराव से समाधान के रास्ते अपनाए जाएं और लोगों को इस समस्या से राहत पहुंचाई जाए। अहमद ने ग्रामीणों ने बताया कि फसल बर्बाद हो चुकी है और अगली फसल पर भी संकट के बादल छाए हुए हैं अगर समय पर पानी नहीं निकाला गया तो दोहरी मार झेलने को विवश होना पड़ेगा। किसानों ने बताया कि बीते साल भी यही समस्या झेलनी पड़ी थी और आज तक मुआवजा भी पूरी तरह से बंटा नहीं है। विधायक ने किसानों को हिम्मत बंधाते हुए कहा कि जल निकासी सुनिश्चित करने के लिए वो खुद लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री, सिंचाई मंत्री, आला अधिकारियों संग बैठक कर इस मामले में बात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुआवजा पूरी तरह न बंटने का मुद्दा विधानसभा में उठाया गया था और किसानों को उम्मीद करनी चाहिए कि जल्द पूरा मुआवजा बांटा जाएगा।
सरकार कराये विशेष गिरदावरी, दे मुआवजा
विधायक आफताब अहमद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार को क्षति पोर्टल के बजाय विशेष गिरदावरी कराकर इस बार मुआवजा किसानों को देना चाहिए ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके। विधायक ने बताया कि उन्होंने सभी जगह फॉगिंग करने के निर्देश दिए हैं ताकि बीमारियों को पनपने से रोका जा सके। विधायक ने कहा कि स्कूलों में पानी भरने के पश्चात अवकाश घोषित करना चाहिए क्योंकि बच्चों की सुरक्षा के लिए घना पानी खतरा हो सकता है।विधायक ने कहा कि प्रशासन ने अगर अपनी तैयारी बीते सालों से दुरुस्त की होती तो ये हालात देखने नहीं पड़ते।