‘धर्मसिंह छौकर के साथ दुर्व्यवहार तानाशाही का प्रतीक’
फरीदाबाद, 12 जून (हप्र)
समालखा के पूर्व विधायक एवं गुर्जर नेता धर्मसिंह छौकर के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार को लेकर समस्त गुर्जर समाज में रोष व्याप्त है। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को सेक्टर-16 स्थित गुर्जर भवन में गुर्जर समाज के गणमान्य लोगों द्वारा एक पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में मुख्य रूप से गुर्जर समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अनंतराम तंवर मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकुमार छोकर द्वारा की गई। पंचायत में बड़ी संख्या में मौजूद गुर्जर समाज के लोगों ने पूर्व विधायक धर्मसिंह छौकर के साथ ईडी अधिकारियाें द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए इसे सीधे तौर पर गुर्जर समाज का अपमान बताया। पंचायत को संबोधित करते हुए चौ. अंतराम तंवर ने कहा कि हम भारत की न्यायपालिका का सम्मान करते है, लेकिन जिस प्रकार से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने समालखा से दो बार विधायक रहे धर्मसिंह छौकर के साथ दुव्र्यवहार और उन्हें अपमानित किया, वह पूरी तरह से गलत है और इस घटना से समस्त गुर्जर समाज आहत है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी है तो सजा देने का काम अदालतों का होता है, लेकिन ईडी के अधिकारियों ने जिस तानाशाह अंदाज में धर्मसिंह छौकर को गिरफ्तार किया, वह अमानवीय है और इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर आगामी 22 जून को नई अनाज मंडी समालखा में जन आक्रोश गुर्जर महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राजस्थान, उत्तर-प्रदेश, हरियाणा सहित कई राज्यों के अनेकों गुर्जर समाज के गणमान्य लोग शिरकत करते हुए आगे की रणनीति तय करेंगे। उन्होंने पंचायत में लोगों को न्यौता देते हुए कहा कि वह इस महापंचायत में उपस्थित होकर समाज की एकजुटता का परिचय दें। इस मौके पर तिगांव क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वेष भावना के तहत काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक धर्मसिंह छौकर के साथ ईडी के अधिकारियों ने जो दुव्र्यवहार किया है, ऐसे तो किसी शातिर अपराधी के साथ भी नहीं किया जाताए इससे साफ होता है कि यह कार्रवाई बदले की भावना के तहत करवाई गई है। पंचायत में धर्मबीर छौकर, वल्ला रावल, सुभाष नंबरदार, सुरेश तंवर, बिन्द्र रावल, अनिल सरपंच, बेगराज नागर, चंदन सिंह सरपंच, चंद्रसेन सरपंच, धनसिंह नागर, जगजीत दायमा, योगेश अधाना, बीर सिंह चंदीला, रमेश नागर, धीरज यादव, अनिल सरपंच, रविन्द्र वशिष्ठ, भंवर नागर सहित अनेकों गुर्जर समाज के गणमान्य लोग मौजूद थे।