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मंत्री राव नरबीर ने प्रस्तावित ग्लोबल सिटी साइट का किया निरीक्षण

गुरुग्राम, 25 जनवरी (हप्र) गुरुग्राम में शहर के भीतर शहर यानि मिलेनियम सिटी में ग्लोबल सिटी बनाने का कार्य निर्बाध जारी है। इसकी कार्य प्रगति और निर्माण गुणवत्ता का जायजा लेने के लिए शनिवार को उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव...
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गुरुग्राम में शनिवार को उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह प्रस्तावित मिलेनियम सिटी में ग्लोबल सिटी बनाने के कार्य की समीक्षा करते हुए। - हप्र
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गुरुग्राम, 25 जनवरी (हप्र)

गुरुग्राम में शहर के भीतर शहर यानि मिलेनियम सिटी में ग्लोबल सिटी बनाने का कार्य निर्बाध जारी है। इसकी कार्य प्रगति और निर्माण गुणवत्ता का जायजा लेने के लिए शनिवार को उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने ग्लोबल सिटी का दौरा किया। उन्होंने एचएसआईडीसी, वन विभाग व परियोजना के निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गुरुग्राम संभावनाओं का शहर है। जिसमें एक तरफ विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी जैसी परियोजना फलीभूत होने जा रही है तो वहीं दूसरी ओर देश की पहली ग्लोबल सिटी विकसित करने का काम भी तीव्र गति से जारी है। ग्लोबल सिटी विकसित होने से यहां निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी।

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यह ग्लोबल सिटी गुरूग्राम में एनपीआर और सीपीआर के बीच 1003 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही है। जिसमें बड़े व छोटे भूखंडों की विस्तृत योजना बनाई गई है। इसके पहले फेज का काम अगले वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि ग्लोबल सिटी में निवेश की रूचि के साथ विश्व की फॉर्च्यून 500 कंपनियां पहले से ही राज्य सरकार के संपर्क में हैं।

6 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर, कृत्रिम झीलें

एचएसआईडीसी के डीजीएम अरुण गर्ग ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि ग्लोबल सिटी-वर्क, प्ले और ट्रांजिट-ओरिएंटेड वॉक-टू-वर्क आधारित भविष्य के लिए तैयार और पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन पर आधारित है। जिसको राष्ट्रीय राजमार्ग 48 व 352 डब्ल्यू सहित द्वारका एक्सप्रेस-वे से सीधे कनेक्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि परियोजना में 56.08 प्रतिशत भूमि को कमर्शियल, 40.05 प्रतिशत भूमि को रिहायशी, 2.73 प्रतिशत भूमि को इंस्टिट्यूशनल व बची हुई 1.14 प्रतिशत भूमि को यूटिलिटी के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। परियोजना में 6 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर है, जो कृत्रिम झीलों के साथ स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देगा। ग्लोबल सिटी नाॅन पोल्यूटिंग आईटी और एआई आधारित उद्योगों पर केंद्रित रहेगी। इसमें 1.8 लाख से अधिक स्थाई और 5.8 लाख की अस्थायी आबादी होगी। यहां 4 लाख से अधिक कर्मचारियों की कुल प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार क्षमता पैदा होगी। इसमें 6 ऑन कैंपस स्कूल, 1 कॉलेज और एक अस्पताल भी होगा।

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