पंजाब के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील घोटाला उजागर
डबवाली (लंबी) के गांव खुड्डियां महा सिंह के सरकारी प्राइमरी स्कूल में मिड-डे मील घोटाला उजागर हुआ है। राशन चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। आरोप है कि स्कूल के मिड-डे मील प्रभारी दविंदर सिंह ने स्कूल का लगभग 6 क्विंटल राशन (3 क्विंटल गेहूं व 3 क्विंटल चावल) चोरी कर भाटी कॉलोनी, डबवाली स्थित एक दुकान पर बेचने की साजिश रची।
लेकिन गांव के जागरूक ग्रामीणों व सरपंच हरमेल सिंह ने बीती रात छापेमारी कर राशन की यह खेप ई-रिक्शा समेत रंगे हाथों पकड़ ली और पुलिस को सौंप दिया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिससे शिक्षा विभाग की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
दविंदर सिंह का कबूलनामा, बाकी स्टाफ पर भी उंगली
जांच के लिए पहुंचे बीपीईओ बलविंदर सिंह के सामने प्रभारी दविंदर सिंह ने लिखित बयान में माना कि राशन बेचने में पूरे स्टाफ की सहमति थी, पर अब उसे अकेले फंसाया जा रहा है।
हालांकि, स्कूल के हेड टीचर तरुण कुमार ने इन आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि दविंदर ने बिना उनकी जानकारी के 20 अगस्त को राशन उठाया था।
ग्रामीणों ने पूरे स्टाफ और संबंधित अधिकारियों की उचित जांच और कार्रवाई की मांग की है।
SMC प्रमुख का खुलासा: पहले भी बिक चुका है राशन
- एसएमसी प्रधान परमपाल सिंह 'बिट्टू' ने दावा किया है कि यह कोई पहली घटना नहीं है।
- फरवरी में 45 हजार रुपये का राशन बेचा गया
- इससे पहले 15 हजार रुपये के गेहूं की चोरी की जानकारी मिली थी
- अब 6 क्विंटल राशन के साथ लगभग 60 हजार रुपये के घोटाले का अनुमान है
- स्टॉक में 5 क्विंटल राशन कम मिला
- बीपीईओ बलविंदर सिंह के अनुसार, जांच में पाया गया कि स्टॉक से ढाई-ढाई क्विंटल गेहूं और चावल कम हैं। जबकि स्कूल में परसों ही नया राशन आया था। इस घोटाले की विस्तृत रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जा रही है।
मिड-डे मील घोटाला -राज्यव्यापी जांच की मांग
गांववासियों का कहना है कि यह मामला केवल एक स्कूल या शिक्षक का नहीं है, बल्कि पूरे राज्य में मिड-डे मील वितरण प्रणाली की खामियों को उजागर करता है। ग्रामीणों ने पंजाब सरकार से राज्यस्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि भविष्य में बच्चों के हक का राशन इस तरह न बिके।
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