गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजवि) के महाराणा प्रताप स्टेडियम में विश्वविद्यालय स्तरीय युवा महोत्सव प्रबोधिनी के दूसरे दिन लोक नृत्य के रंग देखने को मिले। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने हरियाणवी लोक नृत्य से समा बांध दिया। ग्रुप और साेलो डांस ने सबका मन मोह लिया। डीन स्टूडेंटस वेल्फेयर प्रो. एम.के. शर्मा ने बताया कि युवा महोत्सव में शनिवार को सोलो डांस (हरियाणवी) -मेल प्रतिस्पर्धा में प्रतिभागी विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत ‘एक छोरी देखी मनै करगी घायल, देख बावला होया उसकी फिरनी जैसी चाल व सुपनै में सुसराल डिगर गया, सालियां ने लिया घेर, होया मोटा चाला रै लोगो। सोलो डांस (हरियाणवी)-फीमेल प्रतिस्पर्धा में ‘मेरा दामण सिमा दे रे ओ नणदी के बीरा, तनै न्यू माथे पै राखू रै ओ नणदी के बीरा, मैं छोरी घणी प्यारी, या दुनिया कदर ना जाणी तथा कर लै दिल की बात रै बालमा, क्यूं दिल मैं राखै सै प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। दूसरे दिन शनिवार को कार्यक्रमों का उद्घाटन विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डॉ. वंदना बिश्नोई ने किया। इस अवसर पर डॉ. दीपमाला, डीन स्टूडेंटस वेल्फेयर, प्रो. एमके शर्मा तथा निदेशक कल्चरल अफेयर्स डॉ. तरूणा उपस्थित रही। डॉ. वंदना बिश्नोई ने कहा कि युवा महोत्सव विद्यार्थियों के लिए एक यादगार पल है, जो कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह मंच विद्यार्थियों में छिपी हुई प्रतिभाओं को प्रस्तुत करने का भी सुनहरा अवसर है। विद्यार्थी अपने विद्यार्थी काल में जो देखते, करते और सीखते हैं, वही उनके भविष्य को कामयाब बनाता है। यह उत्सव विद्यार्थियों को उनकी मेहनत से निखारी गई प्रतिभा को दर्शकों के सामने अलग पहचान प्रदान करता है।
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हिसार में शनिवार को गुजवि में आयोजित युवा महोत्सव में हरियाणवी लोक नृत्य प्रस्तुत करती एक छात्रा। -हप्र
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