महम बस स्टैंड बना खंडहर, यात्रियों की जान पर आफत
दिल्ली व हिसार जाने वाले यात्री राजू, नवीन, शुभंकर व कर्मवीर ने बताया कि दीवारें और छत कई जगह से टूट चुकी हैं। अगर कभी बड़ा हादसा हो गया तो जिम्मेदारी कौन लेगा, यह किसी को पता नहीं।
अधूरी तोड़फोड़, ठेकेदार गायब
कर्मचारियों के अनुसार, बिल्डिंग कंडम घोषित होने के बाद मजदूर तोड़फोड़ के लिए आए थे, लेकिन कुछ ही दिनों में काम रोक दिया गया। इसके बाद से ठेकेदार का कोई पता नहीं। गिराई गई दीवारों का मलबा जस का तस पड़ा है। लगातार बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। प्लास्टर गिर रहा है और पानी छत व दीवारों में रिस रहा है।
अड्डा इंचार्ज की अपील
कार्यकारी अड्डा इंचार्ज कुलबीर ने बताया कि यात्रियों व कर्मचारियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। मजबूरी में सब इसी जर्जर बिल्डिंग में बैठे हैं। उन्होंने उच्च अधिकारियों से अपील की कि जल्द से जल्द नई व्यवस्था बनाई जाए, वरना किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।