मैकेनिकल इंजीनियरिंग की छात्रा वंशिका ने फंदा लगाकर दी जान
वहीं, परिजनों का आरोप है कि बेटी ने यह कदम एक युवक की वजह से उठाया है जो उनके पड़ोसी गांव का है। साथ ही हॉस्टल की महिला कर्मी पर भी प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा है कि महिला कर्मी ने बेटी के कमरे में घुसने को लेकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया। परिजन को मौके पर अपनी बेटी का लैपटॉप और 50 हजार रुपये नहीं मिले हैं।
मोतला खुर्द गांव के रहने वाले अविनाश धारूहेड़ा की बाइक बनाने वाले उद्योग हीरो मोटर्स में मेडिकल अस्सिटेंट हैं। उनकी इकलौती बेटी वंशिका जेसी बोस वाईएमसीए यूनिवर्सिटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की तृतीय वर्ष की छात्रा थी।
जन्माष्टमी पर घर आऊंगी पापा
पिता अविनाश ने बताया कि बेटी को राखी पर घर आने के लिए कहा था, लेकिन उसने बताया कि वह जन्माष्टमी पर आ गई तो उसका कमरा फिर बदल दिया जाएगा। हॉस्टल की महिला कर्मी भी परेशान करती थी। बेटी को उसका मनचाहा कमरा नहीं दिया गया था। अविनाश ने बताया कि पिंकी ने उन्हें बताया था कि वंशिका किसी सौरभ नाम के युवक से अक्सर बात करती थी।
शनिवार को भी उससे बहसबाजी हो रही थी। उसके कुछ देर बाद वंशिका ने यह कदम उठा लिया। जांच अधिकारी एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद इस मामले के प्रत्येक पहलू की जांच की जाएगी। यूनिवर्सिटी प्रवक्ता जितेंद्र यादव ने कहा कि इस हादसे का अत्यंत दुख है। इस घटना की परिस्थितियों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच चल रही है।