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शहीद प्रीतम खटाना पंचतत्व में विलीन

पैतृक गांव अभयपुर में सैनिक सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
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लेह-लद्दाख में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए जिला गुरुग्राम के गांव अभयपुर वासी प्रीतम खटाना का आज उनके पैतृक गांव में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। प्रीतम खटाना को उनके 13 वर्षीय पुत्र प्रतीक ने मुखाग्नि दी। आर्मी सर्विस कोर में तैनात रहे प्रीतम खटाना का कल 23 अगस्त को चंडीगढ़ में इलाज के दौरान निधन हो गया था। सोहना के एसडीएम अखिलेश यादव ने प्रीतम खटाना के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा परिजनों को ढांढस बंधाया। इस दौरान सोहना के नायब तहसीलदार सुरेश कुमार, पटवारी जयभगवान भी मौजूद रहे।

रविवार को गांव पहुंचे उनके पार्थिव शरीर को सर्वप्रथम उनके निवास पर ले जाया गया, जहां भारी संख्या में मौजूद ग्रामीण व आसपास के क्षेत्र के नागरिकों ने मां भारती की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले नायक को नम आंखों से विदाई दी। सैनिक सम्मान के साथ गांव के पास स्थित अंत्योष्टि स्थल पर बलिदानी जवान का अंतिम संस्कार कराया गया। बलिदानी प्रीतम खटाना को उनके बेटे प्रतीक ने मुखाग्नि दी। इस दौरान गांव अभयपुर व आसपास के क्षेत्र नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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शहीद प्रीतम खटाना के चाचा सूबेदार राजबीर ने बताया की प्रीतम खटाना 19 वर्ष की आयु में वर्ष 2011 में भारतीय सेना की ‘आर्मी सर्विस कोर’ (एएससी) में हवलदार के पद पर भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी तैनाती लेह-लद्दाख क्षेत्र में थी। 15 अगस्त को ड्यूटी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तत्काल चंडीगढ़ के एक सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने 23 अगस्त को वीरगति प्राप्त की।

उन्होंने बताया कि प्रीतम खटाना के पिता गिरिराज खटाना भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। शहीद के परिवार में उनकी पत्नी, बेटा प्रतीक और बेटी

पंछी हैं।

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