मैरिंगो एशिया हरियाणा न्यूरो कॉन्क्लेव : मिर्गी, स्ट्रोक के नए आयामों पर मंथन
गुरुग्राम के मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स में शनिवार से दो दिवसीय ' मैरिंगो एशिया हरियाणा न्यूरो कॉन्क्लेव 2025' की शुरुआत हुई। इस कॉन्क्लेव में हरियाणा सहित देशभर के प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरोसर्जन और स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हुए। सम्मेलन का उद्देश्य न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के उपचार, नई तकनीकों और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों पर ज्ञान एवं अनुभव साझा करना है।
पहले दिन विशेषज्ञों ने मिर्गी, स्ट्रोक, पार्किंसन और ऑटोइम्यून ब्रेन डिसऑर्डर्स जैसे गंभीर विषयों पर केस स्टडी और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए। विशेष ध्यान महिलाओं और बच्चों में बढ़ रहे मिर्गी के मामलों तथा ड्रग-रेसिस्टेंट मिर्गी के इलाज में न्यूरोमॉड्यूलेशन तकनीक की भूमिका पर दिया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि सटीक निदान और नई तकनीक आधारित इलाज से मरीजों की जीवन गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार संभव है।
कॉन्क्लेव का उद्घाटन करते हुए डॉ. प्रवीन गुप्ता, चेयरमैन – मैरिंगो एशिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरो एंड स्पाइन (MAIINS), ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य अकादमिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुभव से जोड़ना और छोटे शहरों के विशेषज्ञों के बीच सहयोग का मंच तैयार करना है। उन्होंने कहा कि स्ट्रोक, मिर्गी और पार्किंसन जैसी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए समय पर निदान और इलाज की सुविधाएं कस्बाई क्षेत्रों तक पहुंचाना बेहद जरूरी है।
मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के फाउंडिंग मेंबर, ग्रुप मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ डॉ. राजीव सिंगल ने कहा कि अस्पताल का उद्देश्य केवल एडवांस्ड न्यूरो केयर देना नहीं, बल्कि इसके चारों ओर एक मजबूत न्यूरो इकोसिस्टम बनाना है। उन्होंने बताया कि अस्पताल निरंतर रिसर्च, स्किल डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन पर काम कर रहा है, ताकि हर मरीज तक विश्वस्तरीय न्यूरोलॉजिकल सेवाएं सुलभ और प्रभावी रूप में पहुंच सकें।
फोटो कैप्शन:
गुरुग्राम में शनिवार को “मैरिंगो एशिया हरियाणा न्यूरो कॉन्क्लेव 2025” का शुभारंभ करते डॉ. प्रवीन गुप्ता। चित्र: हप्र
