मनोहर लाल ने किया डीडी विद्यार्थी की 52वीं पुस्तक का विमोचन
जींद के जाने-माने शिक्षाविद तथा लेखक, हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी की 52वीं पुस्तक का विमोचन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल द्वारा जींद में रविवार को बाबा बंदा सिंह बहादुर संप्रदाय के वार्षिक दीवान में किया गया।
यह पुस्तक पंजाबी में लिखी गई है, जिसमें बाबा बंदा सिंह बहादुर संप्रदाय के 10वें गद्दीनशींन बाबा जतिंदर पाल सोढ़ी की जीवनी और दर्शन का वर्णन किया गया है। यह पुस्तक हिंदी और पंजाबी दोनों भाषाओं में लिखी है। इन दोनों पुस्तकों का विमोचन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने किया। इस मौके पर बाबा जितेंद्र पाल सोढ़ी, हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. कृष्ण मिढ्ढा तथा अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने विभिन्न विषयों में हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, संस्कृत तथा हरियाणवी सहित 5 भाषाओं में 52 पुस्तकों की रचना की है, जिसमें इतिहास डीएवी और आर्य समाज योग, महापुरुषों की जीवनियां तथा बच्चों से संबंधित कहानियां प्रमुख हैं। उन्होंने दैनिक कर्मकांड और हवन-यज्ञ के संस्कृत के मंत्रों का भी हिंदी काव्य अनुवाद किया है, ताकि हवन यज्ञ करने वाले श्रद्धालु, जो संस्कृत नहीं समझ सकते, वे हिंदी में समझ कर हवन यज्ञ करें। पिछले 1 वर्ष में उन्होंने भारत विभाजन के समय पाकिस्तान से आने वाले 150 जीवित व्यक्तियों से संपर्क कर विभाजन की विभीषिका के कारण और परिणाम पर आधारित दो पुस्तकों की रचना की है, जिनका लोकार्पण तथा एक सेमिनार का आयोजन शीघ्र ही किया जाएगा। हरियाणवी बोली को भाषा बनाने के लिए डॉ. विद्यार्थी निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने हरियाणवी में भी अनेक पुस्तकों की रचना की है। उनकी इस उपलब्धि पर पूर्व कुलपति डॉ. एके चावला, वीरेंद्र लाठर, जगदीश आहूजा, गगन अरोड़ा,पंजाबी अकादमी के निदेशक हरपाल और संस्कृत के निदेशक डॉ. सीडी कौशल सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी।
