मैढ़ सुनार सभा ने की लिव-इन कानून रद्द करने की मांग
मैढ़ सुनार सभा जींद ने पीएम नरेन्द्र मोदी तथा केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल को पत्र लिखकर लिव-इन में रहने की अनुमति प्रदान करने वाले कानून पर दोबारा विचार कर इसे रद्द करने की मांग की है। रविवार को जींद...
मैढ़ सुनार सभा जींद ने पीएम नरेन्द्र मोदी तथा केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल को पत्र लिखकर लिव-इन में रहने की अनुमति प्रदान करने वाले कानून पर दोबारा विचार कर इसे रद्द करने की मांग की है।
रविवार को जींद के सेक्टर 6 स्थित महाराज अजमीढ़ भवन एव सुनार धर्मशाला में सभा के प्रधान सत्यनारायण सोनी की अध्यक्षता में हुई सभा की बैठक में इस आशय का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक के बाद जारी विज्ञप्ति में मैढ़ सुनार सभा के संरक्षक बनारसी दास वर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान नरेश सोनी, महासचिव राममेहर वर्मा, सह सचिव नरेन्द्र भामा व इन्द्र सिंह वर्मा ने बताया कि लिव-इन कानून के तहत बिना शादी के दो वयस्कों द्वारा पति-पत्नी की तरह रहने से समाज में विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इसी युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो रहा है।
सांसद ग्रांट से धर्मशाला निर्माण नहीं होने पर जताई चिंता
राज्यसभा सदस्य रामचन्द्र जांगड़ा द्वारा अपने सांसद कोष से महाराज अजमीढ़ भवन एवं सुनार धर्मशाला के निर्माण के लिए 11 लाख रुपये की राशि जारी की गई थी। 7 अगस्त, 2025 को उपायुक्त जींद ने नगर परिषद को तुरंत निर्माण कार्य आरंभ करने के निर्देश दिए थे। लेकिन 3 माह बीतने पर भी निर्माण कार्य शुरू न होने से लोगों ने चिंता जतायी व नगर परिषद अधिकारियों से निर्माण कार्य तुरंत शुरू करने का आग्रह किया।

