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महावीर की अहिंसा विश्व शांति का आधार : विजेंद्र गुप्ता

विश्व शांति सद्भावना और पीस एजुकेशन विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
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गुरुग्राम में रविवार को विश्व शांति केंद्र में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते शांतिदूत आचार्य लोकेश, दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता एवं अन्य। -हप्र
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विश्व शांति केंद्र में अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा आयोजित “विश्व शांति सद्भावना और पीस एजुकेशन” विषयक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन शांतिदूत आचार्य लोकेश, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, दिल्ली सरकार में संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, अमेरिका की विश्व विख्यात स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. अनुराग मैराल व प्रख्यात उद्योगपति निर्मल कुमार मिंडा एवं डॉ आलोक ड्रोलिया ने दीप जलाकर किया।

विश्व शांतिदूत आचार्यश्री लोकेशजी ने कहा कि युद्ध व हिंसा से जूझ रहे विश्व को शांति शिक्षा की जानकारी आवश्यक है। “शांति शिक्षा’ पाठ्यक्रम प्राचीन योग और वर्तमान वैज्ञानिक अनुसंधान का एक संयोजन  है, जिसे विभिन्न विद्यालयों  और विश्वविद्यालयों में लागू  किया जाएगा।

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दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भारत का इतिहास शांति और अहिंसा का इतिहास है। आचार्य लोकेश जी विश्व शांति केंद्र के माध्यम से शांति, अहिंसा व सद्भावना का संदेश देश दुनिया में फैला रहे हैं, यह हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा भगवान महावीर की अहिंसा और करुणा ही विश्व शांति का आधार है। दिल्ली सरकार के सांस्कृतिक मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि भगवान महावीर ने कहा था ‘अहिंसा परमो धर्म:’। भगवान महावीर ने अहिंसा और करुणा का संदेश दिया, भगवान बुद्ध करुणा और मैत्री का संदेश देकर पूरे एशिया को ‘शांति क्षेत्र’ के रूप में देखने का सपना देखा। महात्मा गांधी ने अहिंसा का प्रयोग राजनीति में किया| आचार्य लोकेशजी वैश्विक स्तर पर शांति सद्भावना की स्थापना के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ अनुराग मैराल ने कहा कि यूनेस्को भी कहता है कि युद्ध मनुष्यों के मन में शुरू होते हैं, इसलिए शांति का निर्माण भी मनुष्यों के मन में ही होना चाहिए। इसी बात को आधार बनाते हुए विश्व शांति केंद्र और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय विभिन्न देशों के बीच शांति व सद्भावना के लिए कार्य करेंगे। प्रख्यात उद्योगपति निर्मल कुमार मिंडा ने कहा कि भारत के प्रथम विश्व शांति केंद्र की स्थापना आचार्यश्री लोकेशजी के नेतृत्व में गुरुग्राम में हुई है, यह हमारे लिए गौरव का विषय है|

प्रख्यात समाज सेवी डॉ आलोक ड्रोलिया ने स्वागत भाषण देते हुए विश्व शांति केंद्र की भावी योजनाओं के बारे में चर्चा की।  इस अवसर पर विश्व शांति केंद्र की ओर से हितेश जैन, संजय  जैन, सुमित अग्रवाल, पंकज  जैन, मनोज जैन, पी के गुप्ता, विजय कपूर ने अतिथियों का स्वागत किया।

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