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मदवि का फैसला : डिस्टेंस और ऑनलाइन कोर्स भी अब शिक्षा नीति के अनुरूप

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) ने नए शैक्षणिक सत्र से अपने दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) और ऑनलाइन कोर्स को भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप संचालित करने का निर्णय लिया है। अब तक यह व्यवस्था केवल रेगुलर कक्षाओं तक सीमित थी।...
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महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) ने नए शैक्षणिक सत्र से अपने दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) और ऑनलाइन कोर्स को भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप संचालित करने का निर्णय लिया है। अब तक यह व्यवस्था केवल रेगुलर कक्षाओं तक सीमित थी। नई नीति लागू होने पर डिस्टेंस एजुकेशन के विद्यार्थियों को अब चार की बजाय आठ विषयों का अध्ययन करना होगा। इन विषयों में कौशल विकास और वैल्यू-एडेड कोर्स को विशेष रूप से शामिल किया गया है। इससे छात्रों को केवल अकादमिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक और रोजगारोन्मुखी शिक्षा भी प्राप्त होगी।

मदवि की ओर से जारी जानकारी के अनुसार ओडीएल मोड में 11 पीजी कोर्स, 8 यूजी कोर्स और 2 सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध रहेंगे। वहीं ऑनलाइन मोड में 7 पीजी और 8 यूजी कोर्स शुरू किए जाएंगे। इस बदलाव से छात्रों के पास विषय चयन और पढ़ाई के नए विकल्प खुलेंगे।

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विशेषज्ञों का मानना है कि एनईपी की सबसे बड़ी विशेषता लचीलापन और बहु-विषयक दृष्टिकोण है। विद्यार्थी कला, विज्ञान और व्यावसायिक विषयों में क्रॉस-लर्निंग कर सकेंगे। तकनीकी और सूचना-आधारित शिक्षा पर जोर देने से एमडीयू की डिस्टेंस और ऑनलाइन डिग्री और अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएगी।

विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. गुलशन लाल तनेजा का कहना है कि इस नीति से विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज़ के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा तक आसान पहुंच मिलेगी और करियर निर्माण के अनेक अवसर भी खुलेंगे।

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