नागरिक सुविधाओं ढिलाई या कोताही नहीं होगी बर्दाश्त : सैनी
कष्ट निवारण समिति की बैठक में 17 में से 15 परिवादों का हुआ निपटारा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गुरुग्राम प्रदेश का सबसे तेजी से विकसित होता शहर है, इसलिए यहां नागरिक सुविधाओं के संचालन में किसी भी स्तर की ढिलाई या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में पानी, सीवर और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत की जाए।
मुख्यमंत्री सोमवार को सिविल लाइंस स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में आयोजित जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में विधायक बिमला चौधरी, तेजपाल तंवर और मुकेश शर्मा भी उपस्थित रहे। बैठक में कुल 17 परिवाद रखे गए, जिनमें से 15 का मौके पर ही निपटारा किया गया, जबकि दो मामलों को अगली बैठक तक लंबित रखा गया।
मुख्यमंत्री ने शहर में सक्रिय टैंकर माफिया पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से जलापूर्ति करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए गए कि ऐसे मामलों में नागरिक शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाए, ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके।
मुख्यमंत्री ने बिल्डर्स से जुड़ी शिकायतों पर भी सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी बिल्डर अपने प्रोजेक्ट से जुड़े निवासियों को तय सुविधाएं पानी, बिजली, सीवर, सड़क और सुरक्षा समय पर उपलब्ध कराए।
नायब तहसीलदार के खिलाफ जांच के आदेश
बैठक के दौरान उन्होंने लोकरा गांव के एक मामले पर नायब तहसीलदार के खिलाफ जांच के आदेश दिए। वहीं गांव बहोड़ा कला में तीन साल से अधूरे पड़े सीवर कार्य पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी का इंक्रीमेंट रोकने और तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता से जुड़े कार्यों में देरी अस्वीकार्य है और जिम्मेदार अधिकारी को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
इस अवसर पर मेयर राजरानी मल्होत्रा, जीएमडीए के प्रधान सलाहकार डीएस ढेसी, मंडलायुक्त आरसी बिढान, डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा, निगम आयुक्त प्रदीप दहिया, वैशाली सिंह, आयुष सिन्हा, अंकिता चौधरी, विवेक कालिया, एडीसी वत्सल वशिष्ठ, सीटीएम सपना यादव, जिलाध्यक्ष सर्वप्रिय त्यागी, अजित यादव, दीपाली चौधरी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
