चौपाल तोड़ने के विरोध में वकीलाें ने दिया धरना
रोहतक, 11 जून (निस)
जिला बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बनाई गई चौपाल को तोड़ना शुरू कर दिया है। इसको लेकर जिला बार में सियासी जंग छिड़ गई है। अधिवक्ताओं ने चौपाल तोड़ने का विरोध करते हुए धरना भी दिया। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले आठ से दस लाख रुपये की लागत से अधिवक्ताओं के बैठने के लिए चौपाल का निर्माण करवाया गया था, लेकिन अब जिला बार प्रधान अपनी मनमानी कर चौपाल को तोड़ना चाहते हैं, जोकि सही नहीं है। अधिवक्ताओं ने कहा कि यह पैसा अधिवक्ताओं का है और बार प्रधान इसे बर्बाद कर रहे हैं। वहीं, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान दीपक हुड्डा का कहना है कि पदाधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया था। साथ ही चौपाल की जगह कोई दुकान या डिस्पेंसरी बनाई जाएगी, जिससे बार में आमदनी भी हो सके। अभी तक जिला बार में कोई डिस्पेंसरी नहीं है। डिस्पेंसरी बनने से अधिवक्ताओं को भी इसका काफी फायदा होगा और जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वह बार का भला नहीं चाहते हैं। पूर्व प्रधान अरविंद श्योराण ने आरोप लगाया कि दीपक हुड्डा को तीन माह प्रधान बने को हो चुके हैं, लेकिन अभी तक हाऊस या एग्जीक्यूटिव की बैठक नहीं बुलाई गई, अगर बार में कोई काम करना है तो पहले हाऊस की बैठक में चर्चा होती है, लेकिन प्रधान ऐसा नहीं करके अपनी मनमानी कर रहे हैं और बार के पैसे का दुरुपयोग भी कर रहे है, जोकि गलत है। उन्होंने कहा कि मनमाने ढंग से बार में बनी चौपाल को तुड़वाया जा रहा है, जिसका सभी अधिवक्ता विरोध कर रहे हैं।