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समाजसेवा के पुरोधा थे स्वर्गीय मास्टर किशन लाल शर्मा

विख्यात शिक्षाविद एवं प्रसिद्ध समाजसेवी मास्टर किशन लाल शर्मा, जिनका गत 7 अगस्त को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था, की आत्मिक शांति हेतु कल 19 अगस्त को महेंद्रगढ़ रोड स्थित पूजा अस्पताल नारनौल के प्रांगण में...
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विख्यात शिक्षाविद एवं प्रसिद्ध समाजसेवी मास्टर किशन लाल शर्मा, जिनका गत 7 अगस्त को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था, की आत्मिक शांति हेतु कल 19 अगस्त को महेंद्रगढ़ रोड स्थित पूजा अस्पताल नारनौल के प्रांगण में रस्म पगड़ी का कार्यक्रम रखा गया है। गौरतलब है कि स्वर्गीय मास्टर किशन लाल शर्मा, हड्डी रोग चिकित्सक डॉ. दिनेश शर्मा के पिता हैं। 36 वर्ष तक एक शिक्षक के रूप में लंबी सेवा देने के उपरांत मास्टर किशनलाल शर्मा सेवानिवृत हुए। वे अध्यापक संघ के पदाधिकारी रहे और 1973 की हरियाणा शिक्षक हड़ताल में भाग लिया और शिक्षकों के अधिकारों के लिए एक माह जेल में भी रहे। सच्चे अर्थों में वह समाज सेवा के पुरोधा थे। उनसे शिक्षा ग्रहण करने वाले बहुत से छात्र-छात्रा देश-विदेश में उच्च पदों पर काम कर रहे हैं। मास्टर किशनलाल शर्मा आजीवन समाज की भलाई के कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लेते रहे। वे शहर की अनेक प्रसिद्ध सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए थे

उन्होंने अंधविश्वास, रूढ़िवाद व तमाम सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की। उन्होंने बेहतर समाज बनाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। मास्टरजी समाज में अनोखी छाप छोड़ गए जो हमेशा समाजसेवियों के लिए प्रेरणास्रोत का काम करेगी।

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