प्रदेश की महिला एवं बाल विकास तथा सिंचाई जल संसाधन मंंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है। यह महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में कारगर साबित होगी। यह महिलाओं को सशक्त बनाने में सरकार का अनूठा कदम है। इस योजना के तहत राज्य की जरूरतमंद पात्र महिलाओं को प्रतिमाह 2100 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह न केवल आर्थिक मदद है, बल्कि आत्म सम्मान की पूंजी है। श्रुति चौधरी दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना के शुभारंभ अवसर पर तोशाम स्थित चौधरी बंसीलाल राजकीय महिला महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम का बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थी। कार्यक्रम के दौरान पंचकूला से लाडो लक्ष्मी योजना का शुभारंभ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह ने संदेश दिया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर सबसे पहले श्रुति चौधरी ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय को नमन किया और कहा कि उनका जीवन संघर्षों का प्रतीक है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विधानसभा चुनाव-2024 के समय अपने संकल्प पत्र में महिलाओं को हर माह 2,100 रुपये की वित्तीय सहायता देने का संकल्प लिया था, जो आज पूरा किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025-26 के बजट में मुख्यमंत्री सैनी ने पांच हजार करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान कर दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना की घोषणा की थी, जिसका विधिवत् रूप से प्रदेश के सभी 22 जिलों में शुभारंभ किया जा रहा है। वहीं पंचकूला से इस योजना के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री श्री सैनी ने एप लॉंच की, जिस पर श्रुति चौधरी ने पात्र महिलाओं को पंजीकरण करने को कहा। इस अवसर पर एडवोकेट हरि सिंह सांगवान, प्रदीप गोलागढ़, दिलबाग निमड़ी, वाइस चेयरमैन सुनील भारीवास, चेयरमैन मार्केट कमेटी चरण देव मेहता, वाइस चेयरमैन सचिन जटासरा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी व गणमान्य नागरिक और लाभार्थी महिलाएं उपस्थित रहीं।
गांव सागवान व बीरण में ग्रामीणों के बीच पहुंचीं मंत्री
प्रदेश की सिंचाई एवं जल संसाधन और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी गांव सागवान व बीरण में पहुंची। उन्होंने ग्रामीणों के बीच जाकर गांव में पानी निकासी के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सिंचाई विभाग और सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जलभराव से किसानों व आमजन को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। कैबिनेट मंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि जलभराव से प्रभावित लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार किसानों का नुकसान नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि यह एक आपदा थी, जिससे नुकसान हुआ है, उनकी हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खेतों में खड़े पानी की निकासी को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएं। प्रभावित गांवों में स्वच्छ पेयजल व बिजली निर्बाध रूप से उपलब्ध हो। वहीं उन्होंने जलभराव वाले गांवों में फॉगिंग व चिकित्सकीय जांच किए जाने के निर्देश दिए ताकि पानी निकासी के बाद बीमारियां न पनपें।