मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

जींद के लोक कवि सुनील सैनी को हरिद्वार में मिला वैदिक रामानुज सम्मान

जींद शहर के लोककवि सुनील सैनी उर्फ सीना को वैदिक प्रकाशन हरिद्वार द्वारा हरिद्वार में वैदिक रामानुज सम्मान 2025 से नवाजा गया। हरिद्वार में आयोजित भव्य साहित्यिक समारोह में कुल 60 रचनाकारों को वैदिक रामानुज सम्मान-2025 से नवाज़ा गया। इस मौके...
जींद के सुनील सैनी को सोमवार को हरिद्वार में सम्मानित करते कविवर सूर्य। -हप्र
Advertisement
जींद शहर के लोककवि सुनील सैनी उर्फ सीना को वैदिक प्रकाशन हरिद्वार द्वारा हरिद्वार में वैदिक रामानुज सम्मान 2025 से नवाजा गया। हरिद्वार में आयोजित भव्य साहित्यिक समारोह में कुल 60 रचनाकारों को वैदिक रामानुज सम्मान-2025 से नवाज़ा गया। इस मौके पर देवभूमि उत्तराखंड की पवित्र नगरी हरिद्वार में साहित्य का एक भव्य एवं गरिमापूर्ण आयोजन हुआ।

समारोह में साहित्य प्रेमियों के लिए 16 सांझा संकलन तथा एकल पुस्तिकाओं का भव्य विमोचन भी किया गया। इसका कुशल संचालन जींद के लोक कवि सुनील सैनी 'सीना', युवा कवयित्री एवं लेखिका हिना कौसर गोरखपुरी और अभिषेक मिश्रा 'अभिव्यक्ति' द्वारा किया गया, जिन्होंने पूरे आयोजन को एक सूत्र में पिरोए रखा। सम्मान समारोह में वैदिक प्रकाशन की वरिष्ठ सलाहकार अंजलि सारस्वत शर्मा, समन्वयक नीतू कुमारी, प्रबंधक गौरव शर्मा, सह-प्रकाशक राधा मिश्रा शर्मा, अजीत आर्य एवं अरुण कुमार शास्त्री खास तौर पर उपस्थित रहे।

Advertisement

वैदिक रामानुज सम्मान समारोह में मौजूद रहे ये लोग

इस मौके पर आयोजित सांस्कृतिक आयोजन में विभिन्न कलाकारों और वक्ताओं ने अपनी कला और विचारों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। मंगलाचरण (ईश वंदन) कार्यक्रम का शुभारंभ अंजली सारस्वत शर्मा के मधुर ईश वंदन के साथ हुआ, जिसने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। वैचारिक सत्र में अजीत आर्य ने समसामयिक विषयों पर अपना गहन दृष्टिकोण सांझा किया। नीतू ने संपादकीय वाचन किया , जिसमें कार्यक्रम के उद्देश्य और महत्व को रेखांकित किया गया।

जोनाकी ने अपना लेख वाचन किया, जिसे दर्शकों ने ख़ूब सराहा रश्मि चौहान ने अपनी ओजस्वी कविता का पाठ किया। वेदांत मिश्र और वरेण्य ने भी अपनी कविताओं के माध्यम से श्रोताओं तक अपने भाव पहुंचाए। हिना, चंद्रकला भागीरथी, जींद के सुनील सैनी ने अपनी विविध प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन किया। साहित्यकारों व दर्शकों ने सुनील सैनी के गीत, काव्य-पाठ व नव विमोचित पुस्तक 'मेरी परछाई' की भरपूर तारीफ की। बाल कलाकार तन्वी, वृंदा और अनाया ने मनमोहक समूह नृत्य प्रस्तुत किया, जो कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रहा।

 

 

Advertisement
Tags :
JINDलोककवि सुनील सैनीवैदिक रामानुज सम्मान 2025सुनील सैनी उर्फ सीना
Show comments