इंसान को शिव तत्व को समझना बेहद आवश्यक : आचार्य महावीर
श्री संकट मोचन हनुमान मंडल के तत्वावधान में कैलीधाम मंदिर परिसर में सावन के दूसरे सोमवार को भव्य रुद्राभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में श्रद्धालु दंपत्तियों ने भाग लेकर मिट्टी से शिवलिंग बनाए और गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी एवं पुष्पों से भगवान शिव का पूजन व रुद्राभिषेक किया।
कार्यक्रम में सभी दंपत्ति ने संयुक्त रूप से भगवान शंकर की पूजा-अर्चना की और बैठकर रुद्राभिषेक किया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य विश्व शांति, पारिवारिक एकता और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ावा देना था। पूरे आयोजन का संचालन मुख्य आचार्य महावीर प्रसाद वशिष्ठ के मार्गदर्शन में हुआ। उन्होंने मंत्रोच्चारण के साथ रुद्रपाठ करवाया और श्रद्धालुओं को भगवान शिव की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि भगवान शिव केवल विनाश के देवता नहीं, बल्कि सृजन, संतुलन और आत्मशांति के प्रतीक हैं। आज के दौर में जब व्यक्ति मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और सामाजिक विघटन से जूझ रहा है, तब शिव तत्व को समझना और उसका अनुसरण करना बेहद आवश्यक है।