घायल युवक की पीजीआई में मौत : परिवार बोला, पहले गिरफ्तारी फिर अंतिम संस्कार
रोहतक के गांव कसरैंटी के जोगेंद्र की मंगलवार सुबह पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई। वह एक अक्टूबर की रात ब्लॉक समिति के वाइस चेयरमैन सुनील उर्फ शीला और उसके साथियों के हमले में गंभीर रूप से घायल हुआ था। मौत की खबर के बाद परिवार ने सांपला पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए शव लेने से इंकार कर दिया। परिजनों का कहना है कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
परिवार ने कहा कि पुलिस ने न तो अब तक किसी आरोपी को गिरफ्तार किया और न ही उचित कार्रवाई की। आरोपियों ने शिकायत वापस लेने के लिए धमकाया, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह आरोपियों से मिले हुए हैं और मामले को दबा रहे हैं।
अस्पताल में भी हुआ था हमला
घटना के बाद जब घायल अनिल और जोगेंद्र को सिविल अस्पताल ले जाया गया, तो वहां भी आरोपियों ने दोनों पर दोबारा हमला किया। इस मामले में शिकायत दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह ने बताया कि वाइस चेयरमैन सुनील उर्फ शीला समेत कई लोगों पर मामला दर्ज है। आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है।