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प्रशासन ने अगर शीघ्र तनाव नहीं किया समाप्त, शेषसाई मंदिर को लेकर कभी भी हो सकता है खूनी संघर्ष

शेषसाई मंदिर पर कब्जे को लेकर के वांसवा- शेषसाई गांव के नागरिकों के बीच करीब 6 महीने से तनाव बरकरार है। बांसवा गांव के नागरिकों के द्वारा अचानक इस मंदिर के लिए एक ट्रस्ट का निर्माण करके महीनों पहले इस...
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होडल स्थित शेषसाई मंदिर के मेन गेट से जाते श्रद्धालु। -निस
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शेषसाई मंदिर पर कब्जे को लेकर के वांसवा- शेषसाई गांव के नागरिकों के बीच करीब 6 महीने से तनाव बरकरार है। बांसवा गांव के नागरिकों के द्वारा अचानक इस मंदिर के लिए एक ट्रस्ट का निर्माण करके महीनों पहले इस मंदिर पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया गया था। इसको लेकर के वासंवा के नागरिकों ने मंदिर पर अचानक ताला लगाने का प्रयास किया। इस पर शेषसाई के पुजारियों ने हसनपुर पुलिस थाना में मामला भी दर्ज कराया था। प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर रविवार को वासंवा गांव के सैकड़ो नागरिकों ने मंदिर के गुल्लक को तोड़कर उसमें से दान पत्र की राशि को निकाल ली जिस पर शेषसाई के पुजारियों ने विरोध किया था।

पुजारियों ने वासंवा गांव के नागरिकों पर गांव की महिलाओं से मारपीट करने, बदतमीजी करने तथा मंदिर के दान पत्र की राशि को लूटने का भी आरोप लगाने पर हसनपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अब यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। वासंवा गांव के नागरिक जहां मंदिर पर अपना कब्जा चाहते हैं, वहीं शेषसाई मंदिर के पुजारी इस मंदिर पर अपनी पूजा व कब्जे को नहीं छोडऩा चाहते हैं। श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन से दोनों गांव के नागरिकों के बीच व्याप्त तनाव को समाप्त करने की मांग की है, ताकि बृज चौरासी कोस परिक्रमा के प्रमुख शेषसाई मंदिर की भव्यता और अधिक बढ़ सके और इसको लेकर के दोनों गांव के बीच स्थित तनाव समाप्त हो सके।

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