एडीजीपी को न्याय नहीं मिला तो आमजन को कैसे मिल सकता है
राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एडीजीपी वाई पूरन कुमार द्वारा आत्महत्या करना दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, लेकिन यह घटना यह भी दर्शाती है कि जब एडीजीपी रैंक के अधिकारी को ही न्याय नहीं मिल पा रहा है तो इस सरकार में साधारण व्यक्ति को न्याय कैसे मिलेगा। रणदीप सुरजेवाला शुक्रवार को जुलाना की कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट के साथ दादरी व बाढड़ा की अनाज मंडियों में पहुंचे और फसल खरीद का जायजा लिया। उन्होंने जहां आढतियों व श्रमिकों से मुलाकात की वहीं किसानों से भी खरीद को लेकर चर्चा की। रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के 23 सितंबर से प्रदेश में फसल खरीद का दावा भी खोखला निकला। किसानों की मेहनत भाजपाई विपदा और सरकारी धोखे में डूब गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद की कालाबाजारी है। िसानों को अपने परिवारों के साथ खाद के लिए देर रात से लाइनों में लगना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के फरमान के अनुसार जिन किसानों की फसल मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर दर्ज नहीं है तो उन्हें खाद ही नहीं मिलेगी। सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी प्रदेश के किसानों को मुआवजा देने की बात करने के बजाय कांग्रेस की चिंता कर रहे हैं। सीएम अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुशील धानक, पूर्व सीपीएस रणसिंह मान, पूर्व विधायक कर्नल रघबीर छिल्लर, डा. ओमप्रकाश आदमपुर, जोरावर चरखी, राजेश झोझू, हरविंद्र बलाली व राजेंद्र सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।