रामगढ़ भगवानपुर की महापंचायत में जुटे सैकड़ों ग्रामीण
रेवाड़ी, 29 जून (हप्र)
जिले के गांव भगवानपुर में रविवार को 200 बेड के अस्पताल निर्माण की मांग को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव और पूर्व मंत्री जगदीश यादव भी शामिल हुए। इस मौके पर अस्पताल बनाओ संघर्ष समिति ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 12 जुलाई तक धरनास्थल पर भाजपा नेता ठोस आश्वासन देने नहीं पहुंचे तो ग्रामीण रेवाड़ी की ओर कूच करेंगे।
ग्रामीणों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री ने अस्पताल निर्माण का वादा करके उनके गांव की जमीन जलघर के निर्माण के लिए ले ली, लेकिन अस्पताल के लिए कहीं और जमीन देखी जा रही है। महापंचायत में पहुंचे एसडीएम सुरेंद्र सिंह को अस्पताल संघर्ष समिति ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। एसडीएम ने कहा कि अभी तक अस्पताल के लिए कोई स्थान अंतिम रूप से तय नहीं किया गया है।
रामगढ़ भगवानपुर अस्पताल बनाओ संघर्ष कमेटी के आह्वान पर आयोजित महापंचायत में काफी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित थी। महापंचायत की अध्यक्षता रामगढ़ भगवानपुर के बुजुर्ग राममेहर सिंह व लालसिंह ने की। शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की गजल ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ से महापंचायत की शुरूआत हुई।
इस मौके पर कॉमरेड राजेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आश्वाशन दिया था कि 200 बेड का सरकारी अस्पताल रामगढ़ में बनाया जाएगा। इसी भरोसे पर गांव की पंचायत ने शहर की प्यास बुझाने के लिए 10 एकड़ जमीन जलघर के लिए सरकार के नाम करा दी। भगवानपुर की पंचायती जमीन नेशनल हाइवे-71 से साढ़े 3 एकड़ की दूरी पर है और चार रास्ते लगते है।
महापंचायत में 100 से ज्यादा लोगों ने अपने सुझाव रखे। योगेंद्र यादव, कॉमरेड सत्यवान, जगदीश पूर्व मंत्री, रामकिशन महालवत, समय सिंह, रामकुमार निमोठ, कंवर सिंह मीरपुर, रमेश चंद्र, अभय सिंह, प्रेम प्रकाश,ओमप्रकाश गणियार, ओमप्रकाश सैन,उदयराज व अशोक मूसेपुर सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों, किसान संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने महापंचायत में हिस्सा लिया।
महापंचायत में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले : रामगढ़ भगवानपुर चौक पर धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। महापंचायत से एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया, जिसमें 12 जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया गया, सरकार भगवानपुर में अस्पताल बनवाने के लिए कारगर कदम उठाए, अन्यथा 13 जुलाई को ग्रामीण रामगढ़ भगवानपुर धरना स्थल से रेवाड़ी की ओर पैदल कूच करेंगे और निर्णायक आंदोलन का फैसला लिया जाएगा।
सांसद राव इंद्रजीत सिंह से मिलने गए पांच गांवों के ग्रामीणों के साथ अमानवीय एवं लोकतांत्रिक व्यवहार की निंदा की गई और मांग की गई कि इसके लिए माफी मांगे, अन्यथा जनता कड़े कदम उठाने के लिए बाध्य होंगी। रामगढ़ भगवानपुर में अस्पताल बनाने के लिए गांव-गांव में कमेटी बनाकर आंदोलन को और तेज किया जाएगा। पंचायत में महिलाओं ने भी भाग लिया और मांग को पुरजोरी से उठाया।