अाखिर कब तक करेगी कांग्रेस दलितों को अपमान : जजपा
कांग्रेस की एक प्रेसवार्ता के दौरान वहां कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष रंगा के हुए अपमान को लेकर जजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। जजपा के जिलाध्यक्ष विकास पाराशर ने इस मामले में कांग्रेस हाईकमान की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए उसके नेताओं की घेराबंदी की है और इसके लिए पूर्व सीएम चौ.भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने रंगा के साथ हुए गलत व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा है कि किसी भी स्थिति में राजनीतिक विरोध का मतलब हिंसा या अभद्रता नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में दलितों की अनदेखी और अशोभनीय व्यवहार कांग्रेस की परिपाटी रहे है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके अशोक तंवर की गर्दन तोड़ने की घटना और बाद में इसी पद पर रहने वाली कुमारी सैलजा के साथ हुए व्यवहार किसी से छिपे नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि बाबा साहेब ने कहा था कि समाज में समानता और न्याय के आदर्शों को बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है। उनका कहना था कि कांग्रेस जैसी पार्टी को भी सामाजिक समरसता और आदर्शों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। विकास परासर ने चेतावनी दी कि ऐसे मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और पार्टी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। नसीब भारतीय ने कहा कि यह घटना कांग्रेस की एससी समाज के प्रति अनदेखी संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व हमेशा से ही दलित वर्ग के नेताओं को दबाने और उनका अपमान करने का काम करता आया है।