Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

वैज्ञाानिक सलाह किसानों तक पहुंचा रहा है हकृवि : काम्बोज

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय में विस्तार प्रबंधन विषय पर 21 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स आरंभ हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। रिफ्रेशर कोर्स में लाला...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय में विस्तार प्रबंधन विषय पर 21 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स आरंभ हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। रिफ्रेशर कोर्स में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय तथा चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कहा कि कृषि में प्रौद्योगिकी के महत्व को देखते हुए नवीन उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों को किसानों तक पहुंचाना बहुत आवश्यक है जिसमें विस्तार विशेषज्ञों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि हकृवि लगातार सभी फसलों की वैज्ञानिक सलाह किसानों तक पहुंचा रहा है। वर्तमान समय में व्यक्तिगत संपर्क व समाचार-पत्रों के अतिरिक्त हमारे पास सोशल मीडिया, कम्यूनिटी रेडियों जैसे सूचना प्रचार-प्रसार के माध्यम उपलब्ध हैं जिनका उपयोग कृषि वैज्ञानिकों और विस्तार विशेषज्ञों द्वारा कृषि प्रौद्योगिकियों को किसानों के बीच पहुंचाने में किया जा रहा है, लेकिन इस प्रयास में सामाजिक व आर्थिक सूचकों को अवश्य ध्यान में रखना होगा। मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. रमेश कुमार ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि इस रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन शिक्षकों, वैज्ञानिकों एवं विस्तार विशेषज्ञों के लिए किया गया है ताकि विस्तार प्रबंधन हेतु उनकी क्षमता ज्ञान में कौशल संवर्धन किया जा सके। डॉ. रेणु मुंजाल ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। मंच संचालन डॉ. अनुराग ने जबकि धन्यवाद प्रस्ताव आरपीआर सेल के प्रभारी डॉ. योगेश जिंदल ने पारित किया। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, विभागाध्यक्ष, कर्मचारी और प्रतिभागी मौजूद रहे।

Advertisement
Advertisement
×