Gurugram वाहन चालकों की जान जोखिम में बसई रोड पर तीन जगह सड़क धंसी
देश के स्मार्ट शहरों में गिने जाने वाले गुरुग्राम की ज़मीन सच में खिसक रही है। बसई रोड पर फिरोजगांधी कॉलोनी के पास मुख्य सड़क तीन जगहों पर धंस चुकी है। इनमें से दो स्थानों पर इतने गहरे गड्ढे बन गए हैं कि किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद जिम्मेदार विभागों की कार्रवाई सिर्फ रस्सी और डंडे लगाने तक ही सीमित है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बसई से पटौदी चौक की ओर जाने वाली यह सड़क अत्यधिक व्यस्त है। यहां से प्रतिदिन स्कूल जाने वाले बच्चे, कार्यालय कर्मचारी और मरीजों को लेकर जाती एंबुलेंसें गुजरती हैं। सड़क की जर्जर हालत को देखकर लोग डरे हुए हैं।
गड्ढों के नीचे से नाला बहता दिखाई दे रहा है और सड़क के किनारों की मिट्टी पूरी तरह से खोखली हो चुकी है। लोगों का कहना है कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद न तो कोई निरीक्षण किया गया और न ही मरम्मत का कार्य शुरू हुआ। गड्ढों के चारों ओर रस्सी और लकड़ी के डंडे लगाकर चेतावनी देने की रस्म निभाई जा रही है, जो बिल्कुल नाकाफी है।
स्थानीय लोगों ने तंज कसते हुए कहा कि शायद प्रशासन को लगता है कि डंडा गड्ढे से बड़ा होता है। लोगों का कहना है कि सड़क की मरम्मत सिर्फ ऊपरी तौर पर की जाती है। जैसे ही बारिश होती है, सड़क फिर से बैठ जाती है। नाले की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल है। नागरिकों ने मांग की है कि तुरंत स्थायी समाधान निकाला जाए और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।
ये विकास नहीं, धोखा है : पंकज डावर
कांग्रेस नेता पंकज डावर ने कहा कि संसद में गुरुग्राम को आदर्श और विकसित शहर के रूप में दिखाया जाता है, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है। शुक्रवार को उन्होंने मौके पर पहुंचकर हालात का निरीक्षण किया और सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सड़कों पर इतने बड़े गड्ढे हैं कि इनमें ट्रक तक गिर सकता है। यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि लापरवाही और भ्रष्टाचार का नतीजा है। अगर समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस दौरान कांग्रेस नेता हरकेश वाल्मीकि, राजीव यादव, जगदीश यादव, श्रीराम, महेंद्र सिंह, मास्टर चमनलाल, अजीत, नरेंद्र सिंह, राम, श्रीभगवान, राजू सौदा, ओमप्रकाश, मनोज आहुजा, कुलदीप बड़गुज्जर, दीपक सिंह सहित कई स्थानीय लोगों ने पंकज डावर को मौके की स्थिति से अवगत कराया।