गुरुग्राम : घोषणा के 8 साल, 900 करोड़ खर्च करने के बाद भी अभी तक नहीं बना मेडिकल कॉलेज
प्रदेश में पिछले 11 साल के भाजपा राज में गुरुग्राम के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गुरुग्राम का एकमात्र अस्पताल जर्जर है लेकिन भाजपा सरकार विकास के झूठे ढोल पीट रही है। गुरुग्राम में मुख्यमंत्री द्वारा 2017 में घोषणा व पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा 2018 में शिलान्यास के बावजूद आजतक गुरुग्राम के खेड़की माजरा गांव सेक्टर-102 में बनने वाले जिले के मेडिकल कालेज का काम पूरा नहीं हो सका है। इस काॅलेज में प्रतिवर्ष 250 एमबीबीएस की सीटें अलाॅट होनी है व यहां 900 बैड का सुपरस्पैशिएलिटी अस्पताल बनेगा। कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता राजेश यादव बादशाहपुर ने बताया कि घोषणा के अनुसार मेडिकल काॅलेज का काम 2022 में ही पूरा हो जाना चाहिए था। उन्होनें कहा कि 2012 में गुरुग्राम में मेडिकल कालेज बनाने की योजना बनाई गई थी इसके बाद 2017 में तत्कालीन सीएम मनोहरलाल ने खेड़की माजरा गांव में 450 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल काॅलेज बनाने की घोषणा की। इसके बाद 2018 में पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस काॅलेज का शिलान्यास किया व सरकार द्वारा 2022 तक इसका निर्माण पूरा कर इसे जनता को समर्पित करने का लक्ष्य रखा।
सरकार ने 2021 में इसका निर्माण शुरू किया व इसका बजट बढ़ाकर 900 करोड़ रुपये कर दिया व इसके निर्माण व काॅलेज शुरू करने के लिए 2023 की डेडलाइन तय की। राजेश यादव ने बताया कि इसके बाद 2024, मार्च 2025 व जून 2025 की डेडलाइन तय की गई लेकिन आज तक इस अस्पताल का निर्माण पूरा कर इसे स्वास्थ्य विभाग को नहीं सौंपा गया है जिस कारण ना तो यहां एमबीबीएस की पढ़ाई शुरु हो पाई है व न जनता को ओपीडी व अस्पताल की सुविधा मिल पाई है।
राजेश यादव ने कहा कि गुरुग्राम के सिविल लाइन स्थित अस्पताल को तोड़ दिया गया है व सेक्टर-10 का सरकारी अस्पताल जर्जर हो चुका है व गुरुग्राम के लोगों के लिए पर्याप्त नहीं हैं। आज जिले का आमजन इलाज के लिए रोहतक या दिल्ली भटकने को मजबूर है।
राजेश यादव ने कहा कि गुरुग्राम का श्री माता शीतला मेडिकल कालेज बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है जिसके विधायक राव नरबीर सिंह प्रदेश में कैबिनेट मंत्री हैं लेकिन मंत्री आमजन से जुड़ी इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में उदासीन है।
राजेश यादव ने कहा कि वो स्वास्थय मंत्री, मुख्यमंत्री व बांदशाहपुर के विधायक व मंत्री से प्रार्थना करते हैं कि इस मेडिकल कालेज की ओपीडी व एमबीबीएस की पढ़ाई तुरंत प्रभाव से शुरु करवाएं।
2017 से लटक रहा मामला
राजेश यादव ने कहा कि 2018 में घोषित हुए नारनौल के कोरियावास गांव के मेडिकल कालेज को शुरू कर दिया गया है व वहां 100 एमबीबीएस सीटों पर दाखिले की घोषणा हो गई है लेकिन 2017 में घोषित हुए गुरुग्राम के मेडिकल कालेज का निर्माण ही पूरा नहीं हुआ है।