गुरु तेग बहादुर ने धर्म, मानवता की रक्षा के लिए दिया प्राणों का बलिदान : मनीष ग्रोवर
पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि सिख धर्म के नौवें गुरु, साहस और त्याग के प्रतीक गुरु तेग बहादुर थे। उन्होंने धर्म की स्वतंत्रता और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। हर वर्ष...
पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि सिख धर्म के नौवें गुरु, साहस और त्याग के प्रतीक गुरु तेग बहादुर थे। उन्होंने धर्म की स्वतंत्रता और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। हर वर्ष शहीदी दिवस पर न्याय, समानता और सच्चाई के लिए खड़े होने की प्रेरणा देता है। ग्रोवर ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी को साहस और शौर्य के प्रतीक के लिए जाना जाता है।
यह बात उन्होंने मंगलवार को हिंद की चादर गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर ज्योतिसर कुरुक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रोहतक जिला से साध-संगत को रवाना करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि गुरुजी ने धर्म, मानवता और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। उनका जीवन हमें सिखाता है कि सच्चाई और न्याय के लिए कभी भी पीछे नहीं हटना चाहिए। हर वर्ष शहीदी दिवस का अवसर उन्हें याद करने और उनके आदर्शों को अपनाने के लिए होता है। इससे पहले उन्होंने गुरु ग्रंथ साहब के समक्ष मत्था टेका और लंगर ग्रहण किया।
इस अवसर पर उपायुक्त सचिन गुप्ता, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश नांदल, एसडीएम आशीष कुमार, चेयरमैन अशोक चौधरी, अनीता मिगलानी, अमित मग्गू, धीरज चावला, विकास बंसल, कुलविंदर सिक्का, मुकेश शर्मा, मीना अटकाण समेत भारी संख्या में संगत मौजूद थी।

