गुजवि कैंपस होगा कचरा मुक्त
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार इस बार विश्व पर्यावरण दिवस को नये अंदाज में मनाने जा रहा है। इस मौके पर विश्वविद्यालय कैंपस में सिंगल यूज प्लास्टिक एवं कचरा मुक्त बनाने की मुहिम का आगाज किया जाएगा। विश्वविद्यालय में हर रोज करीब डेढ़ टन कचरा निकलता है, जिसे पूरी तरह से वैज्ञानिक तरीके से प्रोसेस करके ठोस कचरा अधिनयम 2016 तथा एनजीटी के आदेशों की अनुपालना की जाएगी। कचरे को संसाधन में बदलने के कार्य में पर्यावरण सरंक्षण में कार्यरत ग्रीन अर्थ संगठन कुरुक्षेत्र तकनीकी एवं कार्यन्वन में सहयोग कर रहा है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया की कचरे को प्रोसेस करने के लिए कैंपस में एसटीपी के पास एक रिसोर्स मैनेजमेंट एवं सस्टेनबिलिटी सेंटर की स्थापना की गई है। यहां गीले कचरे से उच्च गुणवत्ता की खाद बनाई जाएगी तथा सूखे कचरे को रिसाइक्लिंग यूनिट्स में भेजा जाएगा।
उन्होंने सभी से अपील की है की बतौर जिम्मेदार नागरिक हम अपने घर, दुकान, कार्यालय आदि में कचरे को अलग अलग रखें। सिंगल प्लास्टिक डिस्पोजल का प्रयोग न करें तथा कचरे को डस्टबिन में डालकर, यूनिवर्सिटी को कचरा मुक्त स्वच्छ कैंपस बनाने में सहयोग दे।
ठोस कचरा प्रबंधन के नोडल अधिकारी एवं अस्सिटेंट प्रोफेसर डॉ. मुकेश कुमार ने बताया की अपने कैंपस को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। मुहिम को कामयाब बनाने के लिए 6 जून से कैंपस में सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम्स व प्लास्टिक लिफाफे बेचने व प्रयोग करने वालों तथा कचरा फैलाने वालों पर जुर्माना किया जाएगा। कैंपस को कचरा मुक्त बनाने के लिए अब सभी घरों, दुकानों, कार्यालयों, कैंटीन, मेस, चाय स्टॉलों आदि में गलनशील गीला कचरा, प्लास्टिक आदि सूखा कचरा, डायपर आदि सेनेटरी कचरा, घरेलू मेडिकल कचरा, कांच आदि घरेलू खतरनाक कचरा तथा ई वेस्ट अलग अलग रखना होगा।